भारत में युवाओं की प्रतिभा लगातार देश को गौरवान्वित कर रही है। ताजा उदाहरण है BITS Pilani के दो छात्रों द्वारा तैयार किया गया ‘कामिकेज ड्रोन’, जिसे भारतीय सेना तक ने खरीदा है। यह सफलता सिर्फ तकनीकी दक्षता की नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की ओर एक सशक्त कदम है।
कहां और किसने बनाया यह ड्रोन?
- कॉलेज: BITS Pilani, हैदराबाद कैंपस
- छात्र: जयंत खत्री (मैकेनिकल इंजीनियरिंग), शौर्य चौधरी (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग)
- मूल निवासी: जयंत – अजमेर, शौर्य – कोलकाता
इन दोनों युवाओं ने हॉस्टल के कमरे में मिलकर यह अत्याधुनिक ड्रोन तैयार किया, जिसे ‘कामिकेज ड्रोन’ नाम दिया गया है।
कैसे बनाई इतनी उन्नत तकनीक?
- दोनों छात्रों ने एक स्टार्टअप लॉन्च किया — Apolion Dynamics
- मात्र दो महीने में तैयार कर दिया कामिकेज ड्रोन
- लक्ष्य: भारत की ड्रोन तकनीक को आत्मनिर्भर बनाना, विदेशों से आयात पर निर्भरता कम करना
सेना भी हुई प्रभावित
- छात्रों ने LinkedIn के माध्यम से भारतीय सेना के अधिकारियों से संपर्क किया
- इसके बाद डेमो के लिए चंडीगढ़ बुलाया गया
- ड्रोन रेसिंग और बम गिराने की लाइव डेमो दी गई
- इसके बाद सेना की कई रेजिमेंट्स ने इनके ड्रोन को ऑर्डर किया
क्या है इस ‘कामिकेज ड्रोन’ की खासियत?
विशेषता | विवरण |
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स्पीड | 300 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक |
पेलोड क्षमता | 1 किलोग्राम तक सटीक बम गिराना |
स्टील्थ मोड | रडार पर नहीं आता पकड़ में |
परफॉर्मेंस | सामान्य ड्रोन से 5 गुना तेज |
शौर्य चौधरी बताते हैं, “हमारे ड्रोन सिर्फ तेज नहीं हैं, बल्कि ये रडार से भी बचकर निकल सकते हैं। इसे आधुनिक युद्ध के हिसाब से डिजाइन किया गया है।”
क्यों है यह खबर खास?
- भारत में रक्षा क्षेत्र में युवाओं की भूमिका बढ़ रही है
- स्टार्टअप कल्चर अब डिफेंस जैसे गंभीर क्षेत्र में भी प्रभावशाली साबित हो रहा है
- यह तकनीक स्वदेशी और किफायती दोनों है
- भविष्य में यह ड्रोन सीमावर्ती इलाकों में दुश्मन पर जवाबी कार्रवाई में कारगर साबित हो सकता है
BITS पिलानी हैदराबाद के इन दो छात्रों ने साबित कर दिया है कि नवाचार और इच्छाशक्ति हो, तो किसी भी सीमित संसाधन में भी बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। भारतीय सेना का इनका ड्रोन खरीदना यह दर्शाता है कि देश की सुरक्षा अब युवा हाथों में सुरक्षित है।