ग्वालियर: रेलवे स्टेशन ग्वालियर में पुनर्विकास कार्य के चलते दो साल से 60 हजार यात्री परेशानी के बीच सफर कर रहे हैं। साथ ही यहां यात्रियों का दबाव लगातार बढ़ रहा है। इसे संतुलित करने बिरला नगर स्टेशन को मिनी टर्मिनल स्टेशन के रूप में तैयार करने की योजना रेलवे ने बनाई है। इसके लिए बिरला नगर स्टेशन के प्लेटफार्म की लंबाई बढ़ाने को लेकर फिजिबिलिटी सर्वे कराया जाएगा।
फिजिबिलिटी सर्वे से तय होगी प्लेटफार्म बढ़ाने की संभावना

सर्वे रिपोर्ट में प्लेटफार्म की लंबाई बढ़ाना संभव पाया गया तो भविष्य में यहां बुंदेलखंड एक्सप्रेस, बरौनी मेल जैसी प्रमुख एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की संभावना बन जाएगी। फिलहाल बिरला नगर के प्लेटफार्मों की लंबाई 219 से 274 मीटर तक है, जबकि 24 कोच की एक्सप्रेस के लिए कम से कम 585 मीटर लंबा प्लेटफार्म आवश्यक है। ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर 4 जबकि बिरला नगर में 5 प्लेटफार्म हैं। फिर भी यात्रियों को पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा।
प्लेटफार्म की लंबाई 219 से बढ़ाकर 585 मीटर की जाएगी
लाभ: हजीरा-मुरार और डीडी नगर की 2 लाख आबादी को
बिरला नगर स्टेशन के प्लेटफार्म की लंबाई बढ़ने पर हजीरा, मुरार और डीडी नगर की करीब 2 लाख आबादी को एक्सप्रेस ट्रेन की सुविधा मिलेगी। ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों का दबाव 20% घटने की संभावना है। इससे स्टेशन बजरिया क्षेत्र में लोगों को पीक आवर्स में ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी। ताज एक्सप्रेस, बुंदेलखंड एक्सप्रेस और बरौनी मेल जैसी प्रमुख ट्रेनों का ठहराव संभव होगा।
चुनौती: प्लेटफार्म कर्व और दोनों छोरों पर बने आरओबी
बिरला नगर स्टेशन का पूरा लेआउट घुमावदार है और दोनों छोरों पर आरओबी बने हुए हैं। इस कारण प्लेटफार्म की लंबाई बढ़ाने के लिए लाइन शिफ्टिंग या पुल विस्तार जैसी इंजीनियरिंग कवायद करनी पड़ सकती है। रेलवे इंजीनियरिंग टीम अब इस संभावना का मूल्यांकन कर रही है कि न्यूनतम लागत और न्यूनतम अवरोध के साथ प्लेटफार्मों को 585 मीटर तक कैसे बढ़ाया जा सकता है।





