BY: Yoganand Shrivastva
बेंगलुरु/कर्नाटक: आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के संदेह में लोकायुक्त अधिकारियों ने मंगलवार को राज्यभर के 8 वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इस दौरान बड़ी मात्रा में गोल्ड-सिल्वर ज्वेलरी, नकदी, दस्तावेज़ और अन्य संपत्तियां बरामद की गई हैं। यह कार्रवाई कई ज़िलों में फैली हुई है और इससे जुड़े वीडियो भी सामने आए हैं।
कई जिलों में एक साथ हुई कार्रवाई
लोकायुक्त की टीमें मंगलवार सुबह अलग-अलग ज़िलों में सक्रिय हुईं और इन अधिकारियों के आवास, कार्यालय और संबंधित ठिकानों पर छापे मारे गए। शुरुआती जानकारी के मुताबिक सभी आरोपी ऊंचे पदों पर तैनात हैं और भ्रष्टाचार में संलिप्त बताए जा रहे हैं।
जिन अधिकारियों पर कार्रवाई हुई, उनके नाम
छापेमारी की जद में आए अधिकारियों के नामों का भी खुलासा हुआ है, जिनमें शामिल हैं:
- प्रकाश (AE), बीबीएमपी, गोविंदराजनगर, बेंगलुरु
- डॉ. एस. प्रदीप, एसोसिएट रिसर्च डायरेक्टर, जैविक खेती विभाग, शिमोगा
- लता मणि, लेखा अधिकारी, योउन नगर पालिका, चिक्कमगलुरु
- के.जी. अमरनाथ, मुख्य अधिकारी, नगर पालिका, आनेकल
- ध्रुवराज, टाउन पुलिस इंस्पेक्टर, गडग
- अशोक वलसांड, इंजीनियर, मलाप्रभा परियोजना, धारवाड़
- मल्लिकार्जुन अलीपुर, पूर्व इंजीनियर, आरडीपीआर विभाग, कलबुर्गी
- रामचंद्र, पंचायत विकास अधिकारी (PDO), कलबुर्गी
धारवाड़ से सोने-चांदी के गहने जब्त
लोकायुक्त सूत्रों के अनुसार, धारवाड़ के वलसांड के आवास से छापेमारी के दौरान सोने और चांदी के बहुमूल्य आभूषण मिले हैं। इसके अलावा अन्य स्थानों से महंगे दस्तावेज़, निवेश और संपत्तियों की जानकारी भी एकत्र की गई है। अधिकारियों ने कहा है कि जब्त संपत्ति की वैधता की जांच की जा रही है।
जांच जारी, और खुलासों की संभावना
लोकायुक्त की टीमें अभी भी कुछ ठिकानों पर मौजूद हैं और तलाशी अभियान जारी है। प्रारंभिक छानबीन से यह अंदेशा है कि कई आरोपियों ने अपने पद का दुरुपयोग कर अकूत संपत्ति अर्जित की है। आगामी दिनों में इस छापेमारी से जुड़े और बड़े खुलासे सामने आ सकते हैं।