भोपाल के बड़ा तालाब में शिकारा सैर एक बार फिर पर्यटकों को रोमांचित करने वाली है। दो साल के लंबे अंतराल के बाद, अब पर्यटक फिर से इस ऐतिहासिक झील में शिकारा बोटिंग और क्रूज का आनंद ले सकेंगे। इस बार खास बात यह है कि पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डीजल इंजन की जगह इलेक्ट्रॉनिक मोटर से चलने वाला ई-क्रूज शुरू किया जाएगा।
🛥️ दो साल बाद वापसी करेगा बड़ा तालाब का ई-क्रूज
भोपाल के बड़ा तालाब में शिकारा सैर और क्रूज सुविधा साल 2023 में एनजीटी (NGT) के आदेश के बाद बंद कर दी गई थी। इसके पीछे जल प्रदूषण की चिंता थी। लेकिन अब पर्यावरण के अनुकूल ईवी इंजन (इलेक्ट्रिक वेहिकल) से चलने वाले क्रूज की योजना बनाई गई है। इससे झील की स्वच्छता भी बनी रहेगी और पर्यटकों को फिर से रोमांचक अनुभव मिलेगा।
🧭 MP पर्यटन विभाग ने शुरू की नई पहल
मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम (MP Tourism) की मानें तो इस योजना को लेकर नगर निगम भोपाल के साथ बातचीत चल रही है। निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने बताया कि यदि ईको-फ्रेंडली उपायों से पर्यटन को बढ़ावा दिया जाए, तो नगर निगम को इसमें कोई आपत्ति नहीं है। 10 शिकारे झील में उतारे जा चुके हैं और 10 और शिकारे जल्द मंगवाए जाएंगे।
🚤 क्या-क्या होगा नया?
- डीजल की जगह इलेक्ट्रॉनिक इंजन से चलेगा क्रूज
- 20 से अधिक शिकारा बोट्स होंगी उपलब्ध
- पर्यटकों के लिए मिनी क्रूज “लेक प्रिंसेस” फिर होगा लॉन्च
- मोटर बोट “जलपरी” भी जल्द होगी शुरू
🌿 पर्यावरण के साथ सामंजस्य
बड़ा तालाब भोपाल की पहचान है। यह पर्यटन, संस्कृति और पर्यावरण का संगम है। NGT के प्रदूषण रोकने के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए अब जो भी बोटिंग और क्रूज सेवाएं चलाई जाएंगी, वे इको-फ्रेंडली तकनीक से संचालित होंगी। यह कदम राजधानी भोपाल को एक स्मार्ट, स्वच्छ और पर्यटन-हितैषी शहर बनाने की दिशा में सराहनीय है।
🎯 पर्यटन को मिलेगा नया आयाम
भोपाल आने वाले सैलानियों के लिए बड़ा तालाब में शिकारा सैर एक बार फिर खास अनुभव बनेगी। यह पहल न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी, बल्कि राज्य के पर्यटन विकास में भी अहम भूमिका निभाएगी। क्रूज और शिकारा सेवाएं खासकर त्योहारों, गर्मियों और छुट्टियों के मौसम में पर्यटकों को आकर्षित करेंगी।
📌 निष्कर्ष:
भोपाल के बड़ा तालाब में शिकारा सैर और ई-क्रूज की वापसी एक सकारात्मक पहल है। इससे न केवल शहर की सुंदरता में चार चांद लगेंगे, बल्कि पर्यावरण को भी संरक्षित रखा जा सकेगा। यदि आप भी भोपाल घूमने की योजना बना रहे हैं, तो इस बार शिकारे की सैर और ई-क्रूज की यात्रा जरूर करें।
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