हाल के दिनों में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और इसके साथ-साथ गंभीर संक्रमण और अस्पताल में भर्ती होने की खबरें भी सामने आ रही हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के डैशबोर्ड के अनुसार, 30 से 31 मई 2025 के बीच देश में चार लोगों की मौत दर्ज की गई। यह उल्लेखनीय वृद्धि पिछले कुछ दिनों में सक्रिय मामलों में भारी उछाल को दर्शाती है। उदाहरण के तौर पर:
- 22 मई 2025: कुल सक्रिय मामले केवल 257 थे।
- 31 मई 2025: सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 3395 हो गई।
इस तेजी से बदलाव ने लोगों में चिंता बढ़ा दी है और विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य सुरक्षा के उपायों को अपनाने पर जोर दिया है।
मौत के मामले: विस्तृत विवरण
पिछले 24 घंटों में भारत के विभिन्न हिस्सों से संभावित और गंभीर मामलों के आधार पर चार मौतें दर्ज हुईं। आइए जानते हैं कि किस राज्य में क्या समस्या थी:
- दिल्ली:
- 71-वर्षीया रोगी
- निमोनिया, सेप्टिक शॉक, और एक्यूट किडनी इंजरी जैसी जटिलताएँ
- कर्नाटक:
- 63-वर्षीया पुरुष
- मल्टीपल ऑर्गन डिसफंक्शन सिंड्रोम (MODS), एक्यूट किडनी इंजरी, निमोनिया तथा हाइपोनेट्रेमिया के साथ संक्रमण
- केरल:
- 59-वर्षीया पुरुष
- कोरोनरी आर्टरी डिजीज के साथ अस्पताल में भर्ती किया गया, बाद में निमोनिया, टाइप II रेस्पिरेटरी फेलियर और सेप्टिक शॉक की समस्या विकसित हुई
- उत्तर प्रदेश:
- 23-वर्षीया युवक
- संक्रमण से पहले से मौजूद कोमोरबिडिटी की स्थिति में भर्ती, मौजूदा रिपोर्ट की प्रतीक्षा जारी
इन मामलों से स्पष्ट है कि जिन व्यक्तियों को पहले से शारीरिक बीमारियाँ थीं, उनमें संक्रमण के कारण गंभीर जटिलताएँ उत्पन्न हुईं।
संक्रमण के मुख्य कारण और जोखिम
विशेषज्ञों का मानना है कि कोविड-19 से मौत के मामलों में प्राथमिक भूमिका उन रोगियों की रही है जिन्हें पहले से डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग जैसी बीमारियाँ थीं। कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण, ये रोगी संक्रमण के गंभीर रूप अपनाने के अधिक शिकार हो जाते हैं। कोविड-19 के ओमिक्रॉन और उसके सब-वैरिएंट्स (जैसे NB.1.8.1 और LF.7) की संक्रामकता दर अधिक होने के कारण, कोई भी व्यक्ति संक्रमित हो सकता है।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- वे लोग जिनकी आयु 65 वर्ष से ऊपर है
- जिनके पहले से किसी कोमोरबिडिटी की समस्या है
- जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है
इन विशेष समूहों के लिए सरकारी और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा सावधानीपूर्वक कदम उठाने की सलाह दी जा रही है।
अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य: अमेरिका में संक्रमण
अमेरिका में Centers for Disease Control and Prevention (CDC) द्वारा हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले हफ्ते अधिक से अधिक 350 मौतें दर्ज की गईं। इनमें से अधिकांश मौतें उन लोगों की थीं जिन्हें पहले से कोमोरबिडिटी की समस्या थी या जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर थी। विशेषज्ञों के अनुसार, कोविड-19 से सुरक्षा के लिए टीकाकरण न कराने या अपडेटेड वैक्सीनेशन न लेने के कारण भी मौतों की संख्या में वृद्धि देखी गई है।
कोविड-19 से बचाव के उपाय
यदि आप सुरक्षित रहना चाहते हैं, तो निम्नलिखित कदम उठाना अत्यंत आवश्यक है:
- उपयुक्त मास्क का उपयोग करें: भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में हमेशा मास्क पहनें।
- हाथों की स्वच्छता बनाए रखें: नियमित हाथ धोएँ या सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
- टीकाकरण को नियमित करें: खुद को और अपने परिवार को वैक्सीनेशन के लिए अपडेट रखें।
- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें: सार्वजनिक जलवायु में दूरी बनाकर रखें।
निष्कर्ष
भारत में कोविड-19 के मामलों में अचानक हुई वृद्धि और उच्च जोखिम वाले मामलों ने हम सभी के लिए यह याद दिलाया है कि हमें स्वास्थ्य सुरक्षा के सभी मानकों का पालन करना आवश्यक है। चाहे आप किसी भी आयु या स्वास्थ्य स्थिति से हों, यह अनिवार्य है कि आप सुरक्षित रहें और डॉक्टर एवं स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह का अनुसरण करें।
नोट: यह लेख डॉक्टरों, विशेषज्ञों और विश्वसनीय चिकित्सा रिपोर्टों के आधार पर तैयार किया गया है। यदि आपके पास कोई स्वास्थ्य संबंधी शंका है, तो कृपया अपने चिकित्सक से संपर्क करें।