रिपोर्टर: संजू जैन
बेमेतरा के पीएम श्री शासकीय प्राथमिक अभ्यास सीबीएसई स्कूल की बदहाल शिक्षा व्यवस्था को लेकर पालकों का गुस्सा फूट पड़ा। स्कूल खुलने के दो महीने बीतने के बावजूद न तो पर्याप्त शिक्षक उपलब्ध कराए गए हैं और न ही बुनियादी सुविधाएं बहाल की गई हैं। नाराज़ पालक जिला शिक्षा कार्यालय पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई और चेतावनी दी कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे घेराव और तालाबंदी का रास्ता अपनाएंगे।
100 साल पुराने स्कूल की दुर्दशा
बेमेतरा का यह स्कूल जिले के सबसे पुराने स्कूलों में से एक है, जिसे पहले ‘बेसिक स्कूल’ के नाम से जाना जाता था। यहां से पढ़कर निकलने वाले कई विद्यार्थी आज वकील, विधायक और शिक्षक जैसे प्रतिष्ठित पदों पर हैं। लेकिन मौजूदा हालत यह है कि स्कूल की इमारत आंधी-तूफान से डेढ़ साल पहले क्षतिग्रस्त हो गई थी, और तब से अब तक टिन शेड की मरम्मत तक नहीं हुई।
एक शिक्षक, 254 बच्चे
इस वक्त स्कूल में कुल 254 छात्र पंजीकृत हैं, लेकिन पूरे स्कूल में सिर्फ एक शिक्षक कार्यरत है। दो कक्षाओं के बच्चों को एक ही कक्षा में बैठाकर पढ़ाया जा रहा है, जिससे न तो शिक्षण का स्तर सुधर रहा है और न ही बच्चों का ध्यान केंद्रित हो पा रहा है।
जिला अधिकारी व मंत्री तक पहुंची शिकायत
पालकों का कहना है कि उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी से लेकर प्रभारी मंत्री तक को ज्ञापन सौंपा है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित पालकों का कहना है कि जिस राज्य में खुद मुख्यमंत्री ही शिक्षा मंत्री हों, वहां ऐसी स्थिति गंभीर लापरवाही को दर्शाती है।
पालकों की चेतावनी
पालकों ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि अगर जल्द से जल्द शिक्षक और भवन की मरम्मत की व्यवस्था नहीं की जाती, तो वे स्कूल में तालाबंदी करेंगे और जिला कार्यालय का घेराव करेंगे। पालकों की मांग है कि शिक्षा जैसे गंभीर विषय पर सरकार तत्काल संज्ञान ले और बच्चों के भविष्य को अंधकारमय होने से बचाए।