रिपोर्ट: दुष्येंद्र कुमार, एडिटेड- विजय नंदन
बरेली: सुरक्षा और शांति बनाए रखने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश शासन ने बरेली जिले में मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और SMS सेवाओं को 48 घंटे के लिए बंद करने का निर्णय लिया है। उत्तर प्रदेश गृह विभाग के गोपनीय अनुभाग-3 द्वारा जारी अधिसूचना के तहत यह आदेश 2 अक्टूबर 2025 को शाम 3 बजे से प्रभावी होकर 4 अक्टूबर 2025 को शाम 3 बजे तक लागू रहेगा।
मोबाइल, इंटरनेट सेवा बंद करने का कारण
गृह विभाग के सचिव गौरव दयाल ने बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, यूट्यूब, व्हाट्सऐप और अन्य मैसेजिंग सिस्टम का दुरुपयोग कर अफवाहें फैलने और सांप्रदायिक तनाव बढ़ने की आशंका है। ऐसे में जिले में शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाना जरूरी है।

आदेश में बाधित ये संचार सेवाएं
- अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि इस दौरान:
- सभी मोबाइल सेवा प्रदाताओं के SMS संदेश
- मोबाइल इंटरनेट और डेटा सेवाएं
- ब्रॉडबैंड सेवाएं (FTTH, ADSL, DSL या वायरलेस)
- पूरी तरह बंद रहेंगी।
यह आदेश भारतीय तार अधिनियम, 1885 की धारा 7 और टेलीकॉम सेवाओं के अस्थायी निलंबन नियम, 2017 के अंतर्गत जारी किया गया है। प्रशासन ने जनता से अनुरोध किया है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। इसके अलावा, सभी टेलीकॉम कंपनियों (बीएसएनएल, जियो, एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया) और इंटरनेट सेवा प्रदाताओं को भी इस आदेश की जानकारी भेज दी गई है।

बरेली में अशांत क्यों ?
बरेली में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं, जिसका प्रमुख कारण “आई लव मोहम्मद” पोस्टर के बाद भड़की साम्प्रदायिक हिंसा है। यह घटना 26 सितंबर 2025 को जुमे की नमाज के बाद हुई, जब कुछ लोगों ने सार्वजनिक स्थानों पर विवादित पोस्टर लगाए। इससे विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ, जो बाद में हिंसा और पथराव में बदल गया। पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा, जिसमें कई लोग घायल हुए और कई को हिरासत में लिया गया। इसके बाद स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ाई और भीड़ नियंत्रण के लिए मोबाइल इंटरनेट और SMS सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित किया। नागरिकों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की गई।