रिपोर्ट- सुनील कुमार
बलरामपुर (वाड्रफनगर)। जिले से सिस्टम की लापरवाही और बदहाल तस्वीर सामने आई है। वाड्रफनगर विकासखण्ड के सोनहत गांव में एक प्रसूता को अस्पताल पहुंचाने के लिए परिजनों को भारी मशक्कत करनी पड़ी। सड़क और पुल के अभाव में महिला ने नवजात को जन्म देने के बाद पैदल नदी पार कर अस्पताल पहुंचाया।
कैसे हुई घटना?
- सोनहत गांव की पंडो जनजाति की एक गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा से जूझ रही थी।
- गांव में पुल और पक्की सड़क न होने के कारण एंबुलेंस वहां तक नहीं पहुंच सकी।
- महिला को परिजन पहले 15 किलोमीटर बाइक पर बैठाकर अस्पताल की ओर ले गए।
- इस दौरान रास्ते में ही महिला ने बच्चे को जन्म दिया।
- प्रसव के बाद नवजात को गोद में लेकर महिला पैदल नदी पार कर अस्पताल पहुंची।
बरसात में बढ़ जाती है परेशानी
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के दिनों में हालात और बिगड़ जाते हैं। नाले पर पुल न होने से अक्सर मरीजों और गर्भवती महिलाओं को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
अस्पताल में इलाज जारी
सिविल अस्पताल रघुनाथनगर में प्रसूता और नवजात दोनों का इलाज जारी है। डॉक्टरों ने बताया कि फिलहाल जच्चा-बच्चा सुरक्षित हैं।
सिस्टम पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं और बुनियादी ढांचे की कमी की हकीकत उजागर कर दी है। ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द पुल और सड़क निर्माण की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।