BY: Yoganand Shrivastva
उत्तर प्रदेश: के सीतापुर जिले से एक बेहद विचित्र और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवक ने जिला अधिकारी (DM) के सामने यह कहते हुए गुहार लगाई कि उसकी पत्नी रात में इच्छाधारी नागिन बन जाती है और उसे डसने की कोशिश करती है। युवक का दावा है कि पत्नी के डर से अब वह ठीक से सो भी नहीं पाता और उसकी जान को खतरा है।
पूरा मामला महमूदाबाद तहसील के लोधासा गांव का है। यहां रहने वाले मेराज नाम के युवक ने ‘संपूर्ण समाधान दिवस’ के दौरान डीएम की अध्यक्षता में आयोजित जन सुनवाई में एक प्रार्थना पत्र देकर अपनी समस्या बताई। मेराज ने अपने आवेदन में लिखा — “साहब, मेरी पत्नी रात में नागिन बन जाती है, मुझे डराती है और डसने की कोशिश करती है। कृपया मेरी जान बचा लीजिए।”
प्रशासन के अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच के आदेश दिए हैं। संपूर्ण समाधान दिवस के प्रभारी अधिकारी ने कहा है कि मेराज की शिकायत की सत्यता की जांच की जाएगी और रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
क्या है पूरा मामला?
सूत्रों के अनुसार, मेराज की शादी थानगांव थाना क्षेत्र के राजपुर गांव की रहने वाली नसीमुन से हुई थी। शादी के शुरुआती कुछ महीने दोनों के बीच सब कुछ ठीक-ठाक रहा, लेकिन धीरे-धीरे मेराज ने बताया कि उसकी पत्नी के व्यवहार में अजीब परिवर्तन आने लगे। मेराज के अनुसार, पत्नी रात में अजीब तरह से बर्ताव करने लगी और उसे यह महसूस होने लगा कि वह नागिन बन जाती है। डरे-सहमे मेराज ने बताया कि जब भी वह सो जाता है, उसकी पत्नी उसके पास आकर उसे डसने की कोशिश करती है, लेकिन जब वह अचानक जाग जाता है तो उसकी जान बच जाती है। मेराज ने यह भी कहा कि वह अब इस डर के कारण रात में सोने से भी कतराता है।
पत्नी फिलहाल मायके में रह रही है
फिलहाल नसीमुन अपने मायके में रह रही है। मेराज ने अधिकारियों को बताया कि उसने इस अजीब समस्या से निजात पाने के लिए कई बार झाड़-फूंक भी करवाई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मामला यहां तक बढ़ गया कि महमूदाबाद कोतवाली में पंचायत भी बुलाई गई, मगर कोई समाधान नहीं निकला।
इलाके में फैली चर्चा
मेराज के इस दावे ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। गांव और आसपास के लोग इस घटना को लेकर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। कुछ लोग इसे अंधविश्वास और मानसिक भ्रम बता रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसे अलौकिक घटना मान रहे हैं।
अधिकारियों ने कहा—जांच के बाद ही होगा निर्णय
अधिकारियों का कहना है कि मेराज के प्रार्थना पत्र को गंभीरता से लिया गया है, लेकिन इसकी सच्चाई जांच के बाद ही सामने आएगी। साथ ही यह भी देखा जाएगा कि क्या यह मामला मानसिक तनाव या किसी पारिवारिक विवाद से जुड़ा हुआ है।