BY: Yoganand Shrivastva
पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना पूरी तरह एक्शन में है। घाटी में आतंकी नेटवर्क को खत्म करने के लिए सेना ने बड़े स्तर पर सर्च अभियान शुरू कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, सीमा से लगे क्षेत्रों में सेना विशेष रूप से सक्रिय हो गई है और हर संभावित आतंकी ठिकाने को चिन्हित कर उन्हें ध्वस्त करने का कार्य किया जा रहा है।
यह सघन अभियान फिलहाल माछिल, केरन, नौगाम, बारामुला और ऊरी जैसे संवेदनशील इलाकों में चल रहा है। सुरक्षा एजेंसियों को अंदेशा है कि इन मार्गों से आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर सकते हैं, जिस पर नजर रखने के लिए अतिरिक्त फोर्स भी तैनात की गई है।
तकनीकी और वैज्ञानिक जांच में जुटी NIA
पहलगाम हमले की जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी जुटी है और वह तकनीकी, फॉरेंसिक और वैज्ञानिक तरीकों का इस्तेमाल कर रही है ताकि हमले के पीछे की साजिश को बेनकाब किया जा सके।
OGWs पर सख्त कार्रवाई
सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के मददगारों यानी ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGWs) के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत बीते दो दिनों में 100 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इनमें से अकेले कुपवाड़ा से 15, हंदवाड़ा से 12 और पुलवामा से 14 लोग शामिल हैं।
सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों का उद्देश्य है कि आतंकी नेटवर्क की हर कड़ी को तोड़ा जाए, चाहे वो सरहद पार से हो या घाटी के अंदर छिपे हुए समर्थकों से जुड़ी हो। फिलहाल पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
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