राजस्थान के जैसलमेर जिले की 15 और गौशालाओं की अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) जांच होगी। यह निर्णय सोमवार को सचिवालय में आयोजित बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता गोपालन, पशुपालन, डेयरी एवं देवस्थान विभाग के कैबिनेट मंत्री श्री जोराराम कुमावत ने की।
27 गौशालाएं ब्लैकलिस्ट, ₹12 करोड़ की बचत
बैठक में बताया गया कि जिला स्तरीय व गोपालन विभाग की जांच में पहले चरण में 12 गौशालाओं में अनियमितताओं की पुष्टि हुई थी। इन गौशालाओं ने गलत तरीके से अनुदान राशि प्राप्त की थी। मामला एसीबी को सौंपने के बाद संबंधित गौशालाओं की अनुदान राशि पर रोक लगा दी गई।
इसके बाद विभागीय जांच में 15 और गौशालाओं में गड़बड़ी सामने आई, जिनकी जांच अब एसीबी करेगी।
मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा:
“गौवंश की संख्या गलत दर्शाकर भुगतान लेने वाले मामलों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब तक 27 गौशालाओं को अपात्र घोषित कर ब्लैकलिस्ट किया जा चुका है। इस कार्रवाई से राज्य सरकार ने लगभग ₹12 करोड़ की बचत की है।”
भविष्य में भी होगी सख्त कार्रवाई
मंत्री ने स्पष्ट किया कि यदि भविष्य में भी किसी गौशाला में गड़बड़ी की शिकायत मिलती है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में एसीबी के डीआईजी अनिल कयाल, गोपालन विभाग के डायरेक्टर प्रहलाद राय नागा, संयुक्त निदेशक डॉ. मनोज कुमार शर्मा, शासन सचिव डॉ. समित शर्मा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक भी हुई
गोपालन विभाग की बैठक के बाद मंत्री श्री कुमावत ने पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक भी ली।
बैठक में निम्न बिंदुओं पर विशेष चर्चा हुई:
- पशु परिचर भर्ती जल्द पूरी करने के निर्देश
- मंगला पशुधन बीमा योजना 2025-26 के तहत नए पंजीकरण कराने पर बल
- मोबाइल वेटनरी यूनिट्स के बेहतर संचालन की समीक्षा
- नए वेटेनरी कॉलेज खोलने की कार्ययोजना
- पशुधन निरीक्षक डिप्लोमा कॉलेज खोलने के लिए कैबिनेट सब-कमेटी की सिफारिशों पर चर्चा
बैठक में पशुपालन विभाग के डायरेक्टर डॉ. आनंद सेजरा, अतिरिक्त निदेशक डॉ. सुरेश मीणा, डॉ. विकास शर्मा, संयुक्त निदेशक डॉ. हेमंत पंत सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।