BY: Pratap singh baghel, Uptade: Yoganand Shrivastva
मुरैना | मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ग्वालियर-चंदन नगर स्थित सबलगढ़ के एसडीएम अरविंद माहौर को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई मंगलवार को हुई जनसुनवाई में विवादित वीडियो सामने आने के बाद की गई। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में अपने ट्विटर हैंडल पर जानकारी साझा की।
क्या हुआ था मामले में?
जानकारी के अनुसार, चंदन नगर निवासी नारायणी माहौर ने कलेक्टर की जनसुनवाई में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि एसडीएम सबलगढ़ ने उनके परिवार को परेशान किया।
- एसडीएम allegedly उनकी बेटी को रात के 12 बजे फोन कर परेशान करते थे।
- उनके देवर को व्यवसाय करने नहीं दिया जा रहा था।
- महिला ने अधिकारियों को एसडीएम का विवादित वीडियो भी दिखाया, जिसमें वह अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर रहे थे।
कलेक्टर की कार्रवाई और विरोध
कलेक्टर ने तुरंत कार्यवाही करते हुए एसडीएम को पद से हटाकर जिला मुख्यालय में डिप्टी कलेक्टर बना दिया। लेकिन, पद से हटाए जाने के बावजूद, एसडीएम ने रात 11 बजे कार्यालय खोलकर आधा दर्जन पटवारियों के तबादले कर दिए। सुबह इसकी जानकारी जिला कलेक्टर को लगी और उन्होंने नोटिस जारी कर जवाब मांगा। एसडीएम ने न तो नोटिस का जवाब दिया और न ही कलेक्टर के समक्ष उपस्थित हुए।
मुख्यमंत्री का आदेश
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इसे कदाचार का गंभीर मामला माना और एसडीएम को तुरंत निलंबित कर दिया।

अश्विनी रावत (एडीएम मुरैना)
“महिला की शिकायत के बाद उन्हें पद से हटाया गया था। इसके बावजूद उन्होंने आधा दर्जन पटवारियों के तबादले किए। नोटिस जारी किया गया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और न ही वरिष्ठ अधिकारियों के सामने उपस्थित हुए। यह कदाचार की श्रेणी में आता है। मुख्यमंत्री ने आज उन्हें निलंबित कर दिया और ट्विटर पर जानकारी साझा की।”