BY: MOHIT JAIN
सोमवार शाम रायसेन में तेज बारिश के कारण सड़कों पर दो फीट से ज्यादा पानी भर गया। भोपाल में भी शाम को बादल बरसे और करीब आधा घंटे तक तेज बारिश हुई। इससे पहले दिनभर धूप खिली रही।
मौसम विभाग का कहना है कि साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से कई जिलों में बारिश हुई है, लेकिन यह सिस्टम मंगलवार को कमजोर पड़ जाएगा। इसके बाद प्रदेश में अगले तीन दिनों तक केवल हल्की बारिश होने की संभावना है।
कहां-कहां हुई बारिश
सोमवार को रायसेन, सतना, मंडला, पचमढ़ी, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर और सिवनी में पानी बरसा।
- रायसेन में सबसे ज्यादा 2 इंच बारिश दर्ज हुई।
- सतना में करीब 1.25 इंच पानी गिरा।
- मंडला और पचमढ़ी में आधा इंच बारिश दर्ज की गई।
मानसून की वापसी शुरू
राजस्थान से मानसून वापसी की ओर है। रविवार को राजस्थान के कई जिलों से इसकी शुरुआत हो चुकी है। अगले 2-3 दिनों में पंजाब और गुजरात के कुछ हिस्सों से भी मानसून लौट जाएगा। इसके बाद एमपी में भी वापसी का दौर शुरू हो जाएगा। हालांकि, सितंबर में रुक-रुककर बारिश जारी रहेगी।
मध्यप्रदेश में अब तक कितना पानी गिरा
- 16 जून को मानसून ने मध्यप्रदेश में दस्तक दी थी।
- अब तक औसतन 42.1 इंच बारिश दर्ज हो चुकी है।
- सामान्य तौर पर इस समय तक 35.2 इंच बारिश होती है।
- यानी इस बार 6.9 इंच ज्यादा पानी गिर चुका है।
- प्रदेश की औसत सामान्य बारिश 37 इंच है, जो पिछले हफ्ते ही पूरी हो गई।
कहां सबसे कम बारिश हुई
इस मानसून सीजन में इंदौर और उज्जैन संभाग की स्थिति कमजोर रही है। यहां सामान्य से कम पानी गिरा है।
सबसे कम बारिश वाले टॉप-5 जिले हैं:
- बुरहानपुर
- बड़वानी
- खंडवा
- खरगोन
- शाजापुर





