BY: Yoganand Shrivastva
उत्तरकाशी (उत्तराखंड) उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में मंगलवार को हुए भीषण प्राकृतिक हादसे ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। खीरगंगा नदी में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ ने गांव में भारी तबाही मचा दी है। कई मकान और होटल इस बाढ़ की चपेट में आकर पूरी तरह नष्ट हो गए हैं। चारों ओर मलबा, पानी और विनाश का दृश्य नजर आ रहा है।
बचाव और राहत अभियान जारी
घटना के तुरंत बाद सेना, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर राहत और बचाव अभियान शुरू कर दिया। गुरुवार को सेना ने जानकारी दी कि अब तक करीब 70 लोगों को सुरक्षित बचाया जा चुका है। सभी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाकर प्राथमिक चिकित्सा मुहैया कराई जा रही है।
लापता लोगों की तलाश जारी
हालांकि राहत की खबरों के बीच चिंता की बात यह है कि 50 से अधिक लोग अब भी लापता हैं। इनकी तलाश के लिए ड्रोन, खोजी कुत्तों और आधुनिक उपकरणों का सहारा लिया जा रहा है। मलबे और बाढ़ग्रस्त इलाकों में खोज अभियान लगातार जारी है।
अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि
प्रशासन ने इस आपदा में अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि की है। हालांकि अधिकारियों का मानना है कि वास्तविक आंकड़ा इससे अधिक हो सकता है, क्योंकि कई इलाकों में अभी तक पहुंच बनाना संभव नहीं हो पाया है।
स्थानीय लोगों की मदद से चल रहा है अभियान
राहत कार्यों में सेना और एनडीआरएफ के साथ-साथ स्थानीय ग्रामीणों की भूमिका भी अहम है। कई ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को बाहर निकालने में सहायता कर रहे हैं। गांव की सड़कें बर्बाद हो चुकी हैं, जिससे बचाव दलों को पहाड़ों के जरिए पैदल रास्तों से पहुंचना पड़ रहा है।