BY: Yoganand Shrivastva
भारतीय क्रिकेट टीम ने टेस्ट क्रिकेट में एक बड़ा इतिहास रच दिया है। इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए पांचवें और निर्णायक मुकाबले में भारत ने 6 रनों से रोमांचक जीत दर्ज की और सीरीज को 2-2 से बराबरी पर समाप्त किया। इस जीत में मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा की धारदार गेंदबाज़ी ने अहम भूमिका निभाई।
पहली बार विदेशी धरती पर आखिरी टेस्ट जीतने का इतिहास रचा
टेस्ट इतिहास में यह पहला मौका है जब भारत ने विदेशी ज़मीन पर किसी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का अंतिम मुकाबला जीतकर सीरीज में संतुलन बनाया है। इससे पहले भारत ने ऐसी 16 विदेशी सीरीज खेली थीं, जिनमें 6 बार आखिरी टेस्ट हारा और 10 मुकाबले ड्रॉ रहे। लेकिन इस बार टीम इंडिया ने इतिहास बदल दिया।
इंग्लैंड को नहीं मिली मंज़िल, 6 रन से चूकी जीत
भारत ने इंग्लैंड के सामने दूसरी पारी में 374 रन का लक्ष्य रखा। इंग्लैंड ने शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए लक्ष्य के करीब पहुंचने की कोशिश की, लेकिन पूरी टीम 367 रन पर सिमट गई। अंतिम दिन सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने इंग्लैंड की कमर तोड़ दी और ताबड़तोड़ तीन विकेट झटके।
इंग्लैंड की ओर से जो रूट और ब्रूक का शतक
इंग्लैंड के लिए दूसरी पारी में जो रूट (110 रन) और हैरी ब्रूक (111 रन, 91 गेंद, 14 चौके, 2 छक्के) ने शानदार बल्लेबाज़ी की। ओपनर बेन डकेट ने भी 54 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली। आखिरी दिन, मैच में चोटिल हुए क्रिस वोक्स भी मैदान पर उतरे लेकिन जीत से पहले टीम ढेर हो गई।
भारत की पहली पारी रही फीकी
भारत ने पहली पारी में सिर्फ 224 रन बनाए थे। करुण नायर ने 57 रन की उपयोगी पारी खेली लेकिन बाकी बल्लेबाज़ फ्लॉप रहे। जवाब में इंग्लैंड ने 247 रन बनाकर पहली पारी के आधार पर 23 रनों की बढ़त हासिल की थी। इस दौरान सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने 4-4 विकेट झटके।
यशस्वी जायसवाल का शतक और आकाश दीप की चमक
दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाज़ों ने शानदार वापसी की। यशस्वी जायसवाल ने 118 रन की क्लासिक पारी खेली। वहीं नाइटवॉचमैन के तौर पर भेजे गए आकाश दीप ने 66 रनों का योगदान देकर सबको चौंका दिया। रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने भी अर्धशतक लगाते हुए टीम को मजबूती दी। भारत ने दूसरी पारी में 396 रन बनाए और इंग्लैंड को 374 रनों का लक्ष्य दिया।