रिपोर्ट- अविनाश चंद्र
नगर पालिका निगम पर उठे सवाल
चिरमिरी (एमसीबी), 03 अगस्त 2025। नगर पालिका निगम चिरमिरी की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। क्षेत्र के कई वार्डों में गंदा और प्रदूषित पानी सप्लाई हो रहा है, जिसके चलते पीलिया जैसी गंभीर बीमारी तेजी से फैल रही है। हालत यह है कि सैकड़ों लोग जिला चिकित्सालय में इलाज करा रहे हैं, जबकि स्वास्थ्य विभाग को आपात स्तर पर काम करना पड़ रहा है।
गंदे पानी से स्वास्थ्य संकट
चिरमिरी के करीब 5 वार्डों में पीलिया के मामले तेजी से बढ़े हैं। वार्डवासियों का कहना है कि नलों से आने वाला पानी न केवल गंदा है बल्कि उसमें दुर्गंध और रंगत भी साफ नजर आती है।
- बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक बीमारियों की चपेट में
- छोटे बाजार क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित
- मौसमी बीमारियों के साथ पीलिया का प्रकोप
नगर पालिका निगम की विफलता
लोगों का आरोप है कि नगर पालिका निगम चिरमिरी शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है।
- प्रशासनिक दावे जमीनी हकीकत से उलट
- शिकायतों के बावजूद समस्या जस की तस
- निगम अधिकारियों का दावा: “हम साफ पानी दे रहे हैं”
- हकीकत: घरों में गंदा और दूषित पानी पहुंच रहा है
25 साल में भी नहीं सुधरी पेयजल व्यवस्था
चिरमिरी नगर पालिका निगम को बने हुए करीब 25 वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन अब तक पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित नहीं हो पाई है। नतीजतन, मौसमी बीमारियों के साथ-साथ पीलिया का खतरा भी बढ़ रहा है।
जनता की उम्मीद और सवाल
वार्डवासियों का कहना है कि अगर समय पर सुधार नहीं किया गया तो स्थिति और गंभीर हो सकती है।
- कब सुधरेगी 40 वार्डों की पेयजल व्यवस्था?
- स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई कितनी कारगर होगी?
- क्या नगर पालिका निगम अपनी जिम्मेदारी निभाएगा?
फिलहाल, चिरमिरी के लोगों की नज़रें इस पर टिकी हैं कि प्रशासन कब तक वास्तविक कदम उठाता है और उन्हें शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराता है।