रिपोर्ट- अरविंद ठाकुर
साहेबगंज। शनिवार सुबह गंगा नदी में एक बड़ा हादसा हो गया। महाराजपुर घाट से राजमहल प्रखंड के कई टोला गांवों के लिए निकली एक यंत्रचालित नाव गंगा की तेज धार और आंधी की वजह से पलट गई। हादसे में नाव पर सवार 31 लोग नदी में गिर गए। स्थानीय ग्रामीणों और दूसरी नाव की मदद से 27 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, लेकिन एक युवक की मौत हो गई और तीन लोग अब भी लापता हैं।
तेज हवा बनी हादसे की वजह
जानकारी के अनुसार नाव सुबह करीब 6 से 6:30 बजे महाराजपुर घाट से निकली थी। करीब 10 मिनट की यात्रा के बाद अचानक गंगा की धार और तेज हवा के चलते नाव अनियंत्रित होकर पलट गई। इस दौरान नाव पर सवार सभी लोग गंगा में डूबने लगे।
ग्रामीणों की बहादुरी से बची कई जानें
हादसे के बाद सामने से आ रही एक दूसरी नाव और उसमें सवार ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए कई लोगों को बचाया। स्थानीय दैहियार ग्रामीणों ने भी नदी में कूदकर डूबते लोगों को बाहर निकाला।
एक युवक की मौत, दो गंभीर
बचाए गए लोगों में से तीन को इलाज के लिए सदर अस्पताल साहेबगंज लाया गया, जहां डॉक्टरों ने एक युवक को मृत घोषित कर दिया। वहीं दो अन्य की हालत गंभीर बताई जा रही है और उनका इलाज जारी है।
तीन लोग अब भी लापता
घटना की जानकारी मिलते ही राजमहल एसडीओ, एसडीपीओ बिमलेश त्रिपाठी, अंचलाधिकारी और रीवर थाना प्रभारी लव कुमार समेत प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और लापता लोगों की खोजबीन शुरू की। अभी भी तीन लोग गंगा में लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है।
मृतक का भाई बोला- चूहा पकड़ने निकले थे
घटनास्थल पर पहुंचे मृतक के भाई राजो मुरमू ने बताया कि वे लोग रांगा थाना क्षेत्र के मुकुब झूमर गांव के रहने वाले हैं। गांव के 17 लोग समेत कुल 30 लोग चूहा पकड़ने के लिए नाव से बंसी टोला पहुंचे थे और वहां से बलुआ टोला जा रहे थे। गंतव्य स्थान पहुंचने से पहले ही यह हृदय विदारक हादसा हो गया।