भारत ने 2025 के लिए टूरिज्म की दुनिया में नया इतिहास रच दिया है। एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय अखबार की रिपोर्ट में भारत को दुनिया का तीसरा सबसे पसंदीदा घूमने लायक देश बताया गया है।
- पहले स्थान पर: न्यूज़ीलैंड
- दूसरे स्थान पर: जापान
- तीसरे स्थान पर: भारत
इस उपलब्धि ने अमेरिका और चीन जैसे देशों को पीछे छोड़ दिया है।
मेहमाननवाज़ी और होटल इंडस्ट्री ने बढ़ाया भारत का मान
भारत की बढ़ती लोकप्रियता का बड़ा कारण इसकी शानदार मेहमाननवाज़ी और तेज़ी से विकसित हो रहा हॉस्पिटैलिटी सेक्टर है।
- लंदन के चार्टर्ड अकाउंटेंट सार्थक आहूजा ने बताया कि भारत के दो बड़े होटल ब्रांड्स ओबेरॉय और ताज दुनिया के टॉप होटलों की लिस्ट में शामिल हुए हैं।
- ओबेरॉय: पहला स्थान
- ताज: तीसरा स्थान
- Indian Hotels Company Ltd (IHCL), जो ताज होटल्स चलाती है, ने जनवरी 2024 से अब तक 50 नए होटल खोले हैं।
- कंपनी का लक्ष्य 2030 तक 700 होटल्स बनाने का है।
- इसी रेस में फ्रांस का Accor ग्रुप भी शामिल है, जो अपने होटल्स की संख्या तीन गुना करने की योजना बना रहा है।
बदलती ट्रैवल हैबिट्स का असर
भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी $3,000 से ऊपर पहुंच चुकी है, जिसका सीधा असर यात्रा की आदतों पर पड़ा है।
- अब लोग साल में कम से कम एक बार विदेश यात्रा कर रहे हैं।
- वहीं, देश के भीतर 3 से 4 बार घूमने निकल रहे हैं।
- फिलहाल भारत में दो लाख ब्रांडेड होटल रूम्स उपलब्ध हैं—यह संख्या UAE के बराबर है, जबकि वहां की आबादी भारत से केवल 1% है।
यह मांग और आपूर्ति के बीच बढ़ते अंतर को दिखाता है, जिससे नए होटलों की आवश्यकता और भी बढ़ गई है।
सिलीगुड़ी बन रहा है डेस्टिनेशन वेडिंग का हॉटस्पॉट
भारत में डेस्टिनेशन वेडिंग का चलन तेजी से बढ़ रहा है। इस ट्रेंड में अब सिलीगुड़ी भी शामिल हो गया है।
- बिहार और बंगाल के परिवार शादी के लिए इस हिल स्टेशन को पसंद कर रहे हैं।
- बड़े ब्रांड्स जैसे ताज, आईटीसी और हयात यहां अपने होटल खोलने की तैयारी कर रहे हैं।
- एक शादी पर लोग 1 करोड़ रुपये तक खर्च कर रहे हैं।
- 100 कमरों वाले होटल भी इस मांग को पूरा करने में नाकाम हो रहे हैं।
यह साफ दर्शाता है कि भारत का हॉस्पिटैलिटी सेक्टर सिर्फ ग्रोथ नहीं कर रहा, बल्कि बदलती प्राथमिकताओं के साथ नए अवसर भी पैदा कर रहा है।
भारत का टॉप 3 टूरिज्म डेस्टिनेशन में पहुंचना देश की बढ़ती वैश्विक पहचान, मेहमाननवाज़ी की ताकत और टूरिज्म सेक्टर की ग्रोथ का प्रमाण है। आने वाले वर्षों में यह रैंकिंग भारत को विश्व पर्यटन का नया केंद्र बना सकती है।