BY: Yoganand Shrivastva
हैदराबाद के पास फार्महाउस में छापा, 11 करोड़ नकद बरामद
आंध्र प्रदेश की आर्थिक अपराध शाखा (CID) ने एक हाई-प्रोफाइल छापेमारी में हैदराबाद के पास रंगारेड्डी जिले के काचाराम गांव स्थित सुलोचना फार्महाउस से भारी मात्रा में नकदी बरामद की है। अधिकारियों ने आधी रात को छापा मारते हुए 12 बक्सों में भरे कुल 11 करोड़ रुपये जब्त किए। प्रारंभिक जांच में इस नकदी को राज्य में हुए कथित 3,200 करोड़ रुपये के शराब घोटाले से जुड़ा बताया जा रहा है। जब्ती के बाद नकदी को कानूनी प्रक्रिया के तहत आंध्र प्रदेश ले जाया गया।
क्या है यह कथित शराब घोटाला?
जांच एजेंसियों के अनुसार, यह घोटाला वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) सरकार के कार्यकाल के दौरान हुआ। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का दावा है कि उस वक्त के मुख्यमंत्री के सलाहकार केसी रेड्डी राजशेखर रेड्डी ने शराब नीति का दुरुपयोग कर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया। आरोप है कि उन्होंने अपने करीबियों के साथ मिलकर राज्य में लोकप्रिय शराब ब्रांडों को हटाकर अज्ञात ब्रांडों को प्रमोट किया और इसके एवज में भारी रिश्वत ली।
जानकारी के अनुसार, घोटाले से जुड़े लोग हर महीने करीब 50-60 करोड़ रुपये की रिश्वत लेते थे, और यह प्रक्रिया सुनियोजित ढंग से चलाई जा रही थी।
कौन-कौन हैं घोटाले में आरोपी?
इस घोटाले के केंद्र में हैं राजशेखर रेड्डी, जिन्हें अप्रैल 2025 में हैदराबाद एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा, चार्जशीट में अन्य बड़े नाम भी सामने आए हैं:
- वाई विजयसाई रेड्डी: पूर्व राज्यसभा सांसद और जगन मोहन रेड्डी के करीबी सहयोगी। उन्होंने जनवरी 2025 में राजनीति से संन्यास ले लिया था।
- पीवी मिधुन रेड्डी: वाईएसआरसीपी सांसद और राज्य के पूर्व मंत्री पेड्डीरेड्डी रामचंद्र रेड्डी के बेटे, जिन्हें भी गिरफ्तार किया गया है।
हालांकि, तत्कालीन मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी प्रत्यक्ष रूप से आरोपी नहीं हैं, लेकिन चार्जशीट में उनका नाम एक संदर्भ के रूप में दर्ज है।