भारतीय रेलवे ने इमरजेंसी कोटा (Emergency Quota) के तहत टिकट बुकिंग के नियमों में अहम बदलाव किया है। अब इस कोटे के तहत टिकट के लिए ट्रेन के प्रस्थान से कम से कम एक दिन पहले आवेदन करना होगा। यह फैसला रेलवे द्वारा रिजर्वेशन चार्ट तैयार करने की समयसीमा में बदलाव के बाद लिया गया है।
अगर आप इमरजेंसी में टिकट लेने की योजना बना रहे हैं, तो इन नए निर्देशों को जानना बेहद जरूरी है।
क्या कहा रेलवे ने अपने निर्देश में?
रेल मंत्रालय ने मंगलवार को एक नया परिपत्र (circular) जारी किया, जिसमें साफ तौर पर नई गाइडलाइन का उल्लेख किया गया है:
- सुबह 10:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे के बीच रवाना होने वाली ट्रेनों के लिए:
- आपातकालीन कोटा का अनुरोध यात्रा से एक दिन पहले दोपहर 12:00 बजे तक संबंधित प्रकोष्ठ (cell) तक पहुंच जाना चाहिए।
- दोपहर 2:01 बजे से रात 12:59 बजे के बीच रवाना होने वाली ट्रेनों के लिए:
- आपातकालीन कोटा का अनुरोध एक दिन पहले शाम 4:00 बजे तक जमा करना होगा।
इन समयसीमाओं का सख्ती से पालन अनिवार्य होगा, ताकि सिस्टम सुचारू रूप से कार्य कर सके।
क्यों लिया गया यह फैसला?
रेलवे ने यह बदलाव हाल ही में लिए गए एक और अहम फैसले के तहत किया है, जिसमें ट्रेन रवाना होने से 8 घंटे पहले आरक्षण चार्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
पहले चार्ट ट्रेन रवाना होने से 4 घंटे पहले तैयार होता था, लेकिन अब:
- सुबह 2 बजे से पहले रवाना होने वाली ट्रेनों के लिए चार्ट एक दिन पहले रात 9 बजे ही तैयार कर लिया जाएगा।
इस वजह से इमरजेंसी कोटा के आवेदन की समयसीमा भी पहले कर दी गई है।
रेलवे में हाल ही में हुए अन्य बदलाव
भारतीय रेलवे लगातार अपनी सेवाओं में सुधार कर रहा है। हाल ही में रेलवे ने कुछ और बड़े बदलाव भी किए हैं:
- तत्काल टिकट बुकिंग नियम में बदलाव:
अब सिर्फ वेरिफाइड यूजर्स ही तत्काल टिकट बुक कर सकते हैं। यह नियम 1 जुलाई 2025 से लागू हो गया है। - पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (PRS) में सुधार:
रिजर्वेशन प्रक्रिया को ज्यादा पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए तकनीकी बदलाव किए जा रहे हैं।
यात्रियों के लिए जरूरी सलाह
- यदि आप इमरजेंसी कोटे से टिकट बुक करने की सोच रहे हैं, तो अब आपको पहले से योजना बनानी होगी।
- आवेदन की समयसीमा का पालन करें ताकि आखिरी समय में यात्रा रद्द न हो।
- वेरिफाइड IRCTC प्रोफाइल से ही तत्काल टिकट की बुकिंग करें।
भारतीय रेलवे द्वारा इमरजेंसी कोटा टिकट नियमों में किया गया यह बदलाव यात्रा प्रक्रिया को अधिक सुव्यवस्थित और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल रेलवे प्रशासन को चार्ट तैयार करने में सुविधा होगी, बल्कि यात्रियों को भी बेहतर सेवा अनुभव मिलेगा।