देश की आर्थिक राजधानी से एक चौंकाने वाली साइबर ठगी का मामला सामने आया है। 62 वर्षीय महिला से साइबर अपराधियों ने फाइनेंशियल इन्वेस्टमेंट के नाम पर 7.88 करोड़ रुपये की ठगी कर ली।
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यह घटना न सिर्फ इंटरनेट पर बढ़ते साइबर क्राइम की गंभीरता को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि कैसे ठग अब बुजुर्गों को निशाना बना रहे हैं।
कैसे रची गई ठगी की साजिश?
पुलिस के अनुसार, यह घटना बांद्रा क्षेत्र की रहने वाली महिला के साथ बीते दो महीनों में हुई।
- महिला को व्हाट्सएप पर एक अनजान नंबर से मैसेज आया।
- खुद को महिला बताकर आरोपी ने बताया कि वह एक बड़ी फाइनेंशियल सर्विस कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी की असिस्टेंट है।
- महिला को एक खास शेयर इन्वेस्टमेंट स्कीम में भारी मुनाफे का लालच दिया गया।
- इसके बाद उसे एक कंपनी अधिकारी से जोड़कर एक लिंक और व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया।
कहां और कितने पैसे ट्रांसफर किए गए?
भरोसा बनते ही महिला से कहा गया कि निवेश के लिए अलग-अलग बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करें।
- महिला ने कई बार में कुल 7,88,87,000 रुपये अलग-अलग खातों में भेज दिए।
- जब रकम निकालने की कोशिश की गई तो 10% अतिरिक्त अमाउंट जमा करने को कहा गया।
- इस पर शक होने पर महिला ने पूछताछ शुरू की और ठगी का पता चला।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
- महिला ने तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई।
- पश्चिम क्षेत्र साइबर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ आइटी एक्ट व धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
- फिलहाल मामले की जांच जारी है।
कैसे बचें ऐसी साइबर ठगी से?
- किसी अनजान नंबर से आए इन्वेस्टमेंट ऑफर पर भरोसा न करें।
- वेबसाइट लिंक और व्हाट्सएप ग्रुप से सावधान रहें।
- हमेशा कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट और नंबर वेरिफाई करें।
- साइबर अपराध की आशंका हो तो तुरंत 1930 या साइबर पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर शिकायत करें।
मुंबई की यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि साइबर अपराधियों के निशाने पर अब केवल तकनीक जानकार ही नहीं, बल्कि बुजुर्ग भी हैं। जरूरत है सतर्क रहने की, क्योंकि लालच और जल्द मुनाफा कई बार बहुत महंगा साबित हो सकता है।