भारत के अलग-अलग राज्यों और शहरों में 78वें स्वतंत्रता दिवस को लेकर जबरदस्त उत्साह है। इस खास मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया और देश के नाम अपना संबोधन दिया। बता दें कि यह देश के नाम उनका लगातार 11वां संबोधन रहा और लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने के बाद उनका पहला संबोधन था। लाल किले की प्रचीर से पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार और परिवारवाद खत्म करने की बात की। साथ ही विकसित भारत बनाने की बात कही।
भारत तेजी से बढ़ता अर्थव्यवस्था वाला देश- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि देश में आने वाले पांच सालों में मेडिकल कॉलेजों की सीटों की संख्या में बढ़ोत्तरी की जाएगी। सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि नई शिक्षा नीति के जरिए सुधार किए जाएंगे ताकि छात्रों को विदेश जाकर पढ़ने की जरूरत नहीं पड़े। पीएम मोदी ने रक्षा क्षेत्र का जिक्र कर कहा कि देश अब धीरे-धीरे डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भर बनता जा रहा है। भारत आज अपने स्किल पर काम कर रहा है और जिसका हमें स्पेस सेक्टर में अच्छा परिणाम देखने को मिल भी रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के बाद भी भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ी है।
गौरतलब है कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सोमवार (12 अगस्त 2024) से ही दिल्ली में यातायात संबंधी पाबंदियां लगाई गई हैं। इसके तहत दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में रास्ते बदले गए और भारी गाड़ियों के शहर में एंट्री पर रोक लगा दी गई हैं। वहीं दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) 15 अगस्त को अपनी सभी लाइन पर टर्मिनल स्टेशन से तड़के चार बजे ट्रेन परिचालन शुरू कर दिया।
1,037 जांबाजों को दिए जाएंगे वीरता पदक
पेरिस ओलंपिक 2024 में हिस्सा लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों को भी इस बार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बतौर अतिथि आमंत्रित किया गया। केन्द्र सरकार ने 15 अगस्त 2024 को केंद्रीय और राज्य बलों के 1,037 पुलिस कर्मियों के लिए सेवा पदक की घोषणा की है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, 214 कर्मियों को वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा, जिसमें एक राष्ट्रपति वीरता पदक (पीएमजी) और 231 वीरता पदक (जीएम) शामिल हैं।