BY: Yoganand Shrivastva
इस्लामाबाद : पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के नेता और देश के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी एक बार फिर अपने विवादास्पद बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बार उनका निशाना भारत द्वारा वांछित कुख्यात आतंकी मसूद अजहर को लेकर है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान के पास अजहर की मौजूदा लोकेशन को लेकर कोई जानकारी नहीं है, लेकिन यदि भारत उसके पाकिस्तान में होने के ठोस सबूत पेश करता है, तो सरकार उसे गिरफ्तार करने को तैयार है।
अल जज़ीरा को दिए इंटरव्यू में दिया बयान
बिलावल ने यह बात एक इंटरव्यू के दौरान कही, जिसमें उन्होंने कहा, “हम नहीं जानते कि मसूद अजहर पाकिस्तान में है। अगर भारत उसके पाकिस्तान में मौजूद होने का प्रमाण प्रस्तुत करता है, तो पाकिस्तान कानून के तहत उचित कार्रवाई करेगा।” इसके साथ ही उन्होंने यह दावा भी किया कि अजहर अफगानिस्तान में मौजूद हो सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि अगर नाटो जैसे शक्तिशाली संगठन उसे अफगानिस्तान में नहीं पकड़ सके, तो पाकिस्तान पर इस तरह की उम्मीद रखना व्यावहारिक नहीं है।
ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए थे मसूद के रिश्तेदार
हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने एक बड़ा जवाबी हमला शुरू किया, जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया। इसमें पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया। इस कार्रवाई में मसूद अजहर के 10 नजदीकी रिश्तेदार मारे गए थे। इसके बाद अजहर का एक ऑडियो संदेश सामने आया, जिसमें वह अपने मारे गए परिजनों का शोक प्रकट करते हुए सुनाई दिया।
मसूद अजहर: एक खतरनाक चेहरा
मसूद अजहर, जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का संस्थापक और प्रमुख है, जो कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड रह चुका है। उसका पूरा नाम मौलाना मसूद अजहर अल्वी है और उसका जन्म 10 जुलाई 1968 को बहावलपुर, पाकिस्तान में हुआ था। एक शिक्षक के परिवार में जन्मे अजहर ने कराची की जामिया उलूम अल-इस्लामिया में धार्मिक शिक्षा ली थी, लेकिन बाद में उसका झुकाव चरमपंथ की ओर हो गया।
वह भारत में हुए कई बड़े हमलों का आरोपी है, जिसमें सबसे चर्चित 2019 का पुलवामा हमला भी शामिल है, जिसमें 40 से अधिक सीआरपीएफ जवानों की जान गई थी।