फिल्म की शुरुआत: भीगते शहरों में गुनगुनाती मोहब्बत
प्यार पर कहानियाँ सदियों से बनती आ रही हैं, लेकिन प्यार की कोई तय परिभाषा आज तक नहीं मिली। वो क्या है? एक मुस्कान? नजरों का मिलना? या बस वो हल्की सी बारिश, जो दिल को छू जाए? अनुराग बसु की नई फिल्म ‘Metro… In Dino’ ठीक वैसी ही फीलिंग है — अचानक आई बारिश की तरह, जो दिल को छू जाती है।
फिल्म की कहानी और सेटिंग
इस एंथोलॉजी में प्यार के अलग-अलग रंग दिखाए गए हैं, जो देश के बड़े शहरों — मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु, पुणे और कोलकाता — में पनपते हैं। यहां की गलियां, फुटपाथ, बस स्टॉप, कैफे — हर जगह आपको अपनी-सी लगेगी। यही इस फिल्म की सबसे बड़ी खूबसूरती है।
चार जोड़ियों की चार कहानियां
- पंकज त्रिपाठी और कोंकणा सेन शर्मा — उम्रदराज दंपती, जिनके रिश्ते में अब पहले जैसी गर्मी नहीं रही।
- नीना गुप्ता और अनुपम खेर — दो अधूरी जिंदगियां, जो कभी अपने सपनों को पूरा नहीं कर पाए।
- अली फज़ल और फातिमा सना शेख — एक युवा जोड़ा, जो अपने रिश्ते और अपनी आज़ादी के बीच उलझा हुआ है।
- सारा अली खान और आदित्य रॉय कपूर — जिनकी मुलाकात और प्यार किसी तकदीर के इशारे से होता है।
कहानी की खासियत: सादगी में छुपा जादू
अनुराग बसु ने अपने पुराने अंदाज़ की याद दिलाई है, जैसे ‘Life in a… Metro’ में दिखा था। लेकिन इस बार उन्होंने इसे एक म्यूजिकल टच दिया है, जो फिल्म को और भी यादगार बना देता है। प्यार, पछतावा, अकेलापन और उम्मीद की हल्की-हल्की फुहारें हर फ्रेम में महसूस होती हैं।
कलाकारों का अभिनय
- पंकज त्रिपाठी — अपने किरदार ‘मोंटी सिसोदिया’ में दिल जीत लेते हैं। उनका डायलॉग, “दो अजनबी, अनजाना सफर… कुछ नहीं बना तो कहानी बन जाएगी” — सीधा दिल को छू जाता है।
- कोंकणा सेन शर्मा और अली फज़ल — बेहद सधा हुआ और गहराई से भरा अभिनय।
- अली फज़ल का एक वीडियो कॉल सीन — इतना रियल कि आप उनकी बेबसी महसूस करते हैं।
- सारा अली खान और आदित्य रॉय कपूर — प्यार में डूबे, क्यूट और ईमानदार।
फिल्म का म्यूजिक: प्रीतम का जादू
प्रीतम चक्रवर्ती का संगीत फिल्म की जान है। गाने सिर्फ बैकग्राउंड में नहीं बजते, बल्कि कहानी का हिस्सा बनते हैं। हर धुन में मोहब्बत, यादें और वो पुरानी दिल्ली-मुंबई की बारिश की खुशबू महसूस होती है।
टेक्निकल पहलू और सिनेमैटोग्राफी
- शहरों की भागदौड़ में भी फिल्म सुकून देती है।
- कैमरा वर्क ऐसा कि हर सीन किसी पेंटिंग जैसा लगे।
- बालकनी पर बातें, बारिश में भीगी गलियां, कोलकाता की टैक्सियां — सब कुछ आपको इन शहरों से जोड़ देता है।
क्यों देखें ‘Metro… In Dino’?
✔ अगर आप हल्की-फुल्की, सच्ची और सादगी भरी रोमांटिक फिल्म देखना चाहते हैं।
✔ अगर आपको अनुराग बसु की कहानियों में शहरों की धड़कन महसूस होती है।
✔ अगर आप प्यार को उसकी रियल दुनिया में देखना चाहते हैं — जहां खुशियां, दर्द और अधूरी बातें साथ-साथ चलती हैं।
रिव्यू का फैसला
रेटिंग: ⭐⭐⭐⭐ (4/5)
फिल्म टाइप: रोमांटिक म्यूजिकल एंथोलॉजी
निर्देशक: अनुराग बसु
संगीत: प्रीतम चक्रवर्ती
कास्ट: पंकज त्रिपाठी, कोंकणा सेन शर्मा, अली फज़ल, फातिमा सना शेख, सारा अली खान, आदित्य रॉय कपूर, अनुपम खेर, नीना गुप्ता।
अंत में
‘Metro… In Dino’ प्यार की उन छोटी-छोटी कहानियों को छूती है, जो हर भीड़भाड़ वाले शहर में कहीं न कहीं पलती हैं। यह फिल्म परफेक्ट है उन पलों के लिए, जब बाहर बारिश हो रही हो और आप बस बैठकर किसी खूबसूरत कहानी में खो जाना चाहते हों।