दुनिया की दिग्गज टेक कंपनी Amazon ने अपनी परफॉर्मेंस रिव्यू प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। अब कंपनी के मशहूर लीडरशिप प्रिंसिपल्स (नेतृत्व सिद्धांत) को पहली बार कर्मचारियों के मूल्यांकन में आधिकारिक रूप से शामिल किया गया है। CEO एंडी जेसी के नेतृत्व में यह कदम Amazon की कार्यसंस्कृति को और सख्त, अनुशासित और प्रदर्शन-केंद्रित बनाने की दिशा में उठाया गया है।
क्या बदला है नई समीक्षा प्रक्रिया में?
Business Insider की रिपोर्ट के मुताबिक, Amazon ने अपनी नई परफॉर्मेंस रिव्यू प्रणाली में तीन मुख्य पैमानों को शामिल किया है:
- प्रदर्शन (Performance)
- संभावना (Potential)
- लीडरशिप प्रिंसिपल्स (Leadership Principles) के अनुरूप व्यवहार
इन तीनों को मिलाकर अब एक नया स्कोर तैयार होगा जिसे ओवरऑल वैल्यू (OV) कहा गया है। यह स्कोर कर्मचारियों की पदोन्नति, वेतन वृद्धि और जरूरत पड़ने पर परफॉर्मेंस इम्प्रूवमेंट प्लान (PIP) पर भेजने का आधार बनेगा।
नई प्रणाली की मुख्य बातें:
✅ केवल 5% कर्मचारी ही “रोल मॉडल” श्रेणी में आ पाएंगे, यानी नेतृत्व सिद्धांतों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले।
✅ प्रदर्शन और संभावना की रेटिंग स्केल को आसान और अधिक पारदर्शी बनाया गया है।
✅ कंपनी का दावा है कि इससे प्रतिभावान कर्मचारियों की पहचान बेहतर होगी और Amazon की संस्कृति और मजबूत होगी।
क्यों लाई गई यह सख्त नीति?
Amazon के CEO एंडी जेसी ने पिछले एक साल में कंपनी में कई बड़े बदलाव किए हैं। इनमें शामिल हैं:
- ऑफिस से काम करने की सख्त अनिवार्यता (Return-to-Office)
- मैनेजमेंट लेयर में कटौती
- हाई-परफॉर्मर्स को इनाम देने के लिए वेतन मॉडल में बदलाव
जेसी का मानना है कि Amazon की सफलता की जड़ उसकी अनोखी कार्यसंस्कृति है, जो इन लीडरशिप प्रिंसिपल्स पर टिकी है। उनका मानना है कि इन सिद्धांतों का सख्ती से पालन ही नवाचार और ग्राहक संतुष्टि सुनिश्चित करता है।
कर्मचारी क्या कह रहे हैं?
हालांकि कंपनी का इरादा प्रदर्शन सुधारने का है, लेकिन कर्मचारियों के बीच इस नीति को लेकर नाराजगी भी है। कुछ कर्मचारियों ने इसे:
- शोषणकारी और अपारदर्शी बताया
- परफॉर्मेंस रैंकिंग सिस्टम को “कट-थ्रोट” और अत्यधिक प्रतिस्पर्धी बताया
Amazon की नई प्रणाली में कर्मचारियों को प्रदर्शन के आधार पर पांच स्तरों में बांटा जाएगा, जिसमें प्रत्येक स्तर के लिए तयशुदा प्रतिशत होंगे। इस तरह की प्रणाली को लेकर पहले भी बड़ी टेक कंपनियों पर सवाल उठ चुके हैं।
Amazon की बदलती कार्यसंस्कृति पर नजर
Fortune की रिपोर्ट के मुताबिक, Amazon की यह नई प्रणाली ऐसे वक्त पर लागू की गई है जब कंपनी पहले ही अपनी सख्त कार्यसंस्कृति और ऑफिस में वापसी के नियमों को लेकर कर्मचारियों की नाराजगी झेल रही है।
कई कर्मचारियों का मानना है कि कंपनी का अत्यधिक मापदंड-आधारित और अनुशासन-केंद्रित रवैया कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य और वर्क-लाइफ बैलेंस पर असर डाल रहा है।
निष्कर्ष: सख्ती बढ़ी, लेकिन विवाद भी
Amazon की नई परफॉर्मेंस रिव्यू प्रणाली का मकसद स्पष्ट है—बेहतर प्रतिभाओं को पहचानना, नेतृत्व सिद्धांतों को मजबूती से लागू करना और कंपनी की संस्कृति को और प्रभावी बनाना। लेकिन जिस तरह से यह बदलाव लागू किए गए हैं, उसने कर्मचारियों के बीच चिंता और असंतोष भी बढ़ा दिया है।
आने वाले समय में देखना दिलचस्प होगा कि Amazon इस संतुलन को कैसे साधता है—जहां एक ओर उसे उत्कृष्ट प्रदर्शन चाहिए, वहीं दूसरी ओर कर्मचारियों की संतुष्टि और पारदर्शिता भी जरूरी है।