BY: Yoganand Shrivastva
लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर निजी रिश्तों की खटास सार्वजनिक चर्चा का विषय बन गई, जब राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह और उनकी छोटी बहन साध्वी सिंह के बीच पारिवारिक विवाद ने नया मोड़ ले लिया। सोमवार रात लखनऊ के हजरतगंज स्थित ओक अपार्टमेंट के बाहर उस समय तनाव फैल गया जब भानवी सिंह अपनी मां से मिलने बहन के घर पहुंचीं, लेकिन उन्हें अंदर आने नहीं दिया गया।
दरवाजा नहीं खोला, बहन ने बुला ली पुलिस
जानकारी के मुताबिक, भानवी सिंह देर रात अपनी मां से मिलने बहन साध्वी सिंह के फ्लैट पर पहुंचीं। उन्होंने दरवाजा खटखटाया, लेकिन साध्वी सिंह ने दरवाजा खोलने से इनकार कर दिया। बहन के इनकार के बाद दोनों के बीच कहासुनी हुई और साध्वी सिंह ने पुलिस को कॉल कर दिया। पुलिस मौके पर पहुंची और समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। इसके बाद भानवी सिंह को वापस भेज दिया गया।
पारिवारिक विवाद पहले से अदालत में
यह मामला सामान्य घरेलू झगड़े से कहीं अधिक गहरा है। भानवी सिंह और राजा भैया (रघुराज प्रताप सिंह) के बीच तलाक का मामला दिल्ली की अदालत में विचाराधीन है। भानवी सिंह ने पहले भी अपनी बहन पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिससे दोनों बहनों के रिश्तों में कड़वाहट साफ नजर आती है।
राजा भैया: एक राजनीतिक पृष्ठभूमि
राजा भैया, जिनका पूरा नाम रघुराज प्रताप सिंह है, यूपी की राजनीति में एक जाना-पहचाना नाम हैं। प्रतापगढ़ जिले के कुंडा क्षेत्र से विधायक राजा भैया को एक बाहुबली नेता के रूप में भी जाना जाता है। उनका जन्म 31 अक्टूबर 1969 को हुआ और उन्होंने महज 26 वर्ष की उम्र में 1993 में राजनीति में कदम रखा।
1993 से लेकर अब तक वे कुंडा विधानसभा सीट से लगातार निर्दलीय विधायक चुने जाते रहे हैं। 2018 में उन्होंने अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी ‘जनसत्ता दल लोकतांत्रिक’ का गठन किया और 30 जून 2025 को उन्हें एक बार फिर पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। उन्होंने घोषणा की है कि 2027 के विधानसभा चुनावों में पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी।
रात की यह घटना एक बार फिर इस बात को उजागर करती है कि सार्वजनिक जीवन में सक्रिय राजनीतिक व्यक्तित्वों की निजी ज़िंदगियां किस हद तक जटिल हो सकती हैं। भानवी सिंह और साध्वी सिंह के बीच का विवाद केवल पारिवारिक नहीं, बल्कि राजनीतिक और कानूनी जटिलताओं से भी जुड़ा हुआ है। पुलिस को बीच में आना पड़ा, लेकिन ये मामला यहीं थमने वाला नहीं लगता।