रिपोर्ट: जयपुर ब्यूरो
राज्य सरकार ने चिकित्सा सुविधाओं को ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों तक पहुंचाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी द्वारा 2025–26 के बजट में की गई घोषणा के तहत जयपुर जिले के मुरलीपुरा, प्रतापनगर (जयपुर) और कांकरोली (राजसमंद) में 50-50 बेड वाले तीन सेटेलाइट हॉस्पिटल्स की स्थापना को मंजूरी मिल गई है।
इन अस्पतालों के लिए सरकार ने कुल 101 नए पद सृजित करने की अनुमति दी है, जिनमें डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, तकनीकी कर्मचारी और अन्य सहायक स्टाफ शामिल हैं। साथ ही 4 पुराने पदों को समाप्त कर और 3 पदों को “मशीन विद मैन” सेवा के माध्यम से संचालित करने का भी निर्णय लिया गया है।
स्वास्थ्य सेवा का होगा विस्तार
इन तीनों सेटेलाइट हॉस्पिटल्स में आधुनिक चिकित्सा उपकरणों और अनुभवी स्टाफ की नियुक्ति से तेज़, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण उपचार की सुविधा सुनिश्चित की जाएगी।
साफ-सफाई की व्यवस्था आउटसोर्सिंग के ज़रिए की जाएगी, जिसके अंतर्गत हर अस्पताल में 4 सफाईकर्मियों को नियुक्त किया जाएगा। यानी कुल 12 कर्मियों की तैनाती होगी।
ग्रामीणों को मिलेगा सीधा लाभ
इस फैसले से खासकर ग्रामीण और कस्बाई इलाकों के लोगों को राहत मिलेगी, जो अभी तक छोटे-बड़े इलाज के लिए ज़िलों या राजधानी की ओर रुख करने को मजबूर होते थे। अब उन्हें विशेषज्ञ डॉक्टर और आधुनिक इलाज की सुविधाएं अपने ही क्षेत्र में उपलब्ध होंगी।
स्वास्थ्य ढांचे को मजबूती
सरकार का यह कदम राज्य के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को नई दिशा देने वाला है। इससे एक ओर बढ़ती जनसंख्या का दबाव कम होगा तो दूसरी ओर सरकारी अस्पतालों में इलाज का दायरा बढ़ेगा।
यह निर्णय राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं के विकेन्द्रीकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है। अब लोगों को अपने घर के पास ही मिलेगा विशेषज्ञ इलाज और आपातकालीन सेवाएं।