वादे में ऑस्ट्रेलिया, हकीकत में ईरान
पंजाब के तीन युवकों को एक ट्रैवल एजेंट ने ऑस्ट्रेलिया में अच्छी नौकरी दिलाने का वादा किया। लेकिन उन्हें सीधे ऑस्ट्रेलिया भेजने के बजाय ईरान की फ्लाइट में बैठा दिया गया। 1 मई को जैसे ही ये युवक ईरान की राजधानी तेहरान पहुंचे, उनका वहीं से अपहरण कर लिया गया।
एक महीने तक लापता रहे भारतीय नागरिक
तीनों भारतीय –
- हुशनप्रीत सिंह (संगरूर)
- जसपाल सिंह (एसबीएस नगर)
- अमृतपाल सिंह (होशियारपुर)
1 मई से ही लापता थे। जैसे ही वे तेहरान पहुंचे, कुछ अज्ञात लोगों ने उन्हें अगवा कर लिया और फिरौती की मांग की। परिवारों को बाद में अपहरणकर्ताओं की ओर से तस्वीरें और वीडियो भेजे गए, जिसमें बंधे हुए हाथों और शरीर पर चोट के निशान थे।
तेहरान पुलिस की कार्रवाई, वरामिन शहर से मिला सुराग
ईरान की अर्द्ध-सरकारी न्यूज एजेंसी तस्नीम न्यूज के मुताबिक, तीनों भारतीयों को तेहरान के दक्षिणी इलाके वरामिन शहर में बंधक बनाकर रखा गया था। तेहरान पुलिस ने विशेष ऑपरेशन चलाकर उन्हें छुड़ा लिया।
अपहरण की सूचना उसी दिन पुलिस को दे दी गई थी जब वे तेहरान एयरपोर्ट पर उतरे थे।
ईरानी दूतावास ने दी जानकारी
भारत में स्थित ईरानी दूतावास ने 29 मई को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर यह जानकारी साझा की कि तीनों भारतीयों को बचा लिया गया है और मामले की जांच जारी है। इसके पहले वे एक महीने तक लापता थे।
फिरौती और एजेंट की धोखाधड़ी
परिवार वालों के अनुसार, एजेंट ने युवकों को ऑस्ट्रेलिया की वर्क वीज़ा की फर्जी उम्मीद दिलाकर लाखों रुपये लिए थे। लेकिन आखिरी समय पर बिना सूचित किए ईरान भेज दिया गया।
अपहरणकर्ताओं ने परिवार से फिरौती की मांग की, जिससे यह स्पष्ट होता है कि ये एक संगठित मानव तस्करी और अपहरण का मामला था।
इस मामले से क्या सीखें?
- ट्रैवल एजेंट चुनने में सावधानी बरतें: हमेशा रजिस्टर्ड और प्रमाणित एजेंट से ही वीज़ा प्रक्रिया कराएं।
- ऑफिशियल चैनलों से जानकारी लें: विदेश यात्रा से पहले संबंधित देश की स्थिति और कानूनी प्रक्रिया जरूर जांचें।
- दस्तावेजों की वैरिफिकेशन करें: नकली वीज़ा और झूठे जॉब ऑफर का खतरा हमेशा बना रहता है।
यह घटना न केवल मानव तस्करी और धोखाधड़ी का उदाहरण है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे जल्दबाज़ी और बिना जांच-पड़ताल के विदेश जाना जानलेवा हो सकता है। शुक्र है कि ईरानी पुलिस की तत्परता और भारत-ईरान के बीच सहयोग से इन तीन भारतीयों की जान बचाई जा सकी।