मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड को तगड़ा झटका लगा है। पार्टी के नेता और बिहार के प्रदेश सचिव मोहम्मद इरफान ने गुरुवार (18 जुलाई) को जेडीयू के सभी पदों सहित प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देते ही मोहम्मद इरफान प्रशांत किशोर के जन सुराज अभियान से जुड़ गए। इरफान जेडीयू के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसके साथ ही वो परिषद अध्यक्ष और मुखिया रह कर अपनी सेवा दे चुके हैं। जमुई के रहने वाले मोहम्मद इरफान प्रशांत किशोर की मुहिम से प्रभावित होकर ये फैसला लिया है। वहीं इरफान के इस फैसले को जेडीयू के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है।
प्रशांत किशोर के साथ जुड़े मोहम्मद इरफान
बता दें कि जन सुराज अभियान के साथ बिहार के सभी दलों से लोग लगातार बड़ी संख्या में जुड़ रहे हैं। आरजेडी पत्र जारी कर अपने नेताओं पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है। फिर भी कई नेता लगातार प्रशांत किशोर के संगठन जन सुराज से जुड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसी कड़ी में जेडीयू नेता मोहम्मद इरफान भी प्रशांत किशोर के संगठन के साथ जुड़ गए हैं।
जन सुराज को लेकर आरजेडी ने जारी किया लेटर
वहीं, आरजेडी ने प्रशांत किशोर के संगठन जन सुराज को लेकर लेटर जारी किया था। जिसमें आरजेडी कार्यकर्ताओं को आगाह किया गया था कि वो जन सुराज से ना जुड़े। साथ ही पार्टी की ओर से ये भी कहा गया था कि अगर ऐसा कोई नेता करता है तो उसपर कार्रवाई की जाएगी। आरजेडी के लेटर में प्रशांत किशोर के संगठन को बीजेपी की बी टीम बताई गई थी। इस लेटर पर खूब सियासत भी हुई थी। प्रशांत किशोर ने भी पलटवार किया था, लेकिन इसके बाद भी आरजेडी ने दूसरा लेटर जारी किया। इस लेटर में आरजेडी की ओर से अपने दो नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया गया। आरोप रहा कि दोनों नेता जन सुराज से जुड़ गए हैं जिसकी वजह से पार्टी को ये कार्रवाई करनी पड़ी।