By: Vijay Nandan
इस्लामाबाद: भारत द्वारा पाकिस्तान की ओर बहने वाले जल प्रवाह को रोकने की खबरों के बीच, पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल अहमद शरीफ चौधरी का एक विवादित बयान सामने आया है। चौधरी ने भारत को खुलेआम चेतावनी देते हुए कहा, “अगर भारत ने हमारा पानी रोका, तो हम उसकी सांसें रोक देंगे।” उनका यह बयान पाकिस्तान के एक विश्वविद्यालय में भाषण के दौरान दिया गया, जिसका वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। हालांकि यह वीडियो किस स्थान और कार्यक्रम से जुड़ा है, इसकी पुष्टि अब तक नहीं हो सकी है।
पाकिस्तान में आतंकी अड्डों पर भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद घुटनों पर आ पाकिस्तान की अब भी अक्ल ठिकाने नहीं आई है। पाकिस्तानी सेना ने मुंह की खाने के बाद भी उसके प्रवक्ता का बड़बोलापन कम नहीं हुआ है। इन गीदड़भभकी के बाद अब भारत किस तरह से रिएक्ट करता है। ये आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा।
भारत ने रोका पाकिस्तान को जाने वाला पानी
बता दें कि यह विवाद उस वक्त गहराया जब भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ अपनी जल संधि को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया। इसके तहत भारत ने पाकिस्तान की ओर बहने वाली कुछ नदियों के पानी को रोकने का फैसला लिया है। भारत का यह कदम पाकिस्तान को सीधे जवाब माना जा रहा है।

पाकिस्तानी सेना का दावा: पानी रोकना नामुमकिन
प्रवक्ता चौधरी ने भारत की इस नीति पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा, “भारत यह सोचता है कि वह पाकिस्तान का पानी रोक सकता है, तो यह उसकी गलतफहमी है। 24 करोड़ लोगों को पानी से वंचित करना मुमकिन नहीं है।”
उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर से निकलने वाली छह प्रमुख नदियाँ पाकिस्तान में प्रवेश करती हैं। चौधरी ने यह तर्क भी दिया कि चूंकि संयुक्त राष्ट्र ने कश्मीर को विवादित क्षेत्र माना है, इसलिए वहां के संसाधनों पर भारत का एकतरफा नियंत्रण वैध नहीं है।
पाक विदेश मंत्री बोले- आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख
इस बीच, पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि पाकिस्तान, चीन और अफगानिस्तान ने यह तय किया है कि उनकी धरती का उपयोग आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं होने दिया जाएगा। यह फैसला हाल ही में बीजिंग में आयोजित तीन देशों की विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान लिया गया।
डार ने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान के साथ राजनयिक रिश्तों को और मजबूत करेगा और 2013 व 2018 की तरह आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाएगा।
भारत-पाकिस्तान के बीच जल विवाद और आतंकवाद पर बयानबाज़ी एक बार फिर गरमाई हुई है। एक ओर जहां भारत आतंकवाद को लेकर सख्ती दिखा रहा है, वहीं पाकिस्तान की ओर से आक्रामक बयानबाज़ी हो रही है। इस पूरे घटनाक्रम से साफ है कि दोनों देशों के संबंध एक बार फिर तनावपूर्ण मोड़ पर पहुंच चुके हैं।