सत्यजीत रे: वह भारतीय निर्देशक जिनकी कला को हॉलीवुड ने भी किया सलाम

- Advertisement -
Swadesh NewsAd image

BY: Yoganand Shrivastva

आज भारतीय सिनेमा के महान निर्देशक और कलाकार सत्यजीत रे की जयंती है। 1921 में कोलकाता में जन्मे सत्यजीत रे ने न केवल भारतीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय फिल्मजगत में भी अपनी अमिट छाप छोड़ी। वे एक बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे—निर्देशक, लेखक, चित्रकार, पटकथा लेखक और संगीतकार।

रे की पहली ही फिल्म ‘पाथेर पांचाली’ (1955) ने वैश्विक मंच पर तहलका मचा दिया। यह फिल्म न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराही गई। इसके बाद उन्होंने ‘अपुर त्रयी’ श्रृंखला—’पाथेर पांचाली’, ‘अपराजितो’, और ‘अपुर संसार’—जैसी अमर कृतियों के माध्यम से भारतीय सिनेमा को विश्व फलक पर स्थापित किया।

सिनेमा जो दिल से जुड़ता है

सत्यजीत रे का सिनेमा हमेशा भावनाओं की गहराई को छूता था। उनके लिए कहानी के पात्र और उनके हालात तमाशे से कहीं अधिक मायने रखते थे। उनकी फिल्में भारतीय संस्कृति में रची-बसी थीं, लेकिन उनका संदेश पूरी दुनिया में समझा और सराहा गया।

उनकी फिल्मों में सामाजिक यथार्थ, नैतिक संघर्ष, परंपरा और आधुनिकता के द्वंद्व जैसे मुद्दों को बेहद संवेदनशीलता के साथ प्रस्तुत किया गया है। ‘चारुलता’, ‘शतरंज के खिलाड़ी’, ‘महानगर’ और ‘जन अरण्य’ जैसी फिल्मों में उन्होंने मानवीय संवेदनाओं को गहराई से चित्रित किया।

सम्मान और विरासत

रे को उनके योगदान के लिए अनेक पुरस्कारों से नवाज़ा गया, जिनमें भारत रत्न, दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, और ऑस्कर का मानद अकादमी पुरस्कार (1992) शामिल हैं। यह प्रतिष्ठित ऑस्कर उन्हें उनके जीवन के अंतिम दिनों में अस्पताल के बिस्तर से ही प्राप्त हुआ था, जहां उन्होंने सिनेमा को “कई कलाओं का संगम” कहा था।

प्रेरणा जो पीढ़ियों को जोड़ती है

सत्यजीत रे के निधन को तीन दशक से अधिक हो चुके हैं, लेकिन उनकी फिल्मों की गूंज आज भी सिनेमा प्रेमियों और फिल्मकारों के बीच महसूस की जाती है। मार्टिन स्कॉर्सेसी, अकीरा कुरोसावा, वेस एंडरसन जैसे अंतरराष्ट्रीय दिग्गजों ने खुले तौर पर रे की प्रशंसा की है।

आज भी उनकी फिल्मों की स्क्रीनिंग और समीक्षा विश्वभर के फिल्म समारोहों और अकादमिक संस्थानों में होती है। उनका सिनेमा एक बेंचमार्क है—संवेदनशील, सौंदर्यपूर्ण और गहराई से भरा हुआ।

आज, सत्यजीत रे को उनकी जयंती पर याद करते हुए, हम यह महसूस करते हैं कि कहानी कहने की सबसे शक्तिशाली विधि वह होती है जो सादगी से दिलों को छू जाए। सत्यजीत रे का सिनेमा इसी की मिसाल है।

रायपुर : गढ़चिरौली में नक्सलवाद पर बड़ा प्रहार

भूपति समेत 60 नक्सलियों ने किया सरेंडर गढ़चिरौली। नक्सल प्रभावित क्षेत्र गढ़चिरौली

फतेहपुर: निचली गंगा नहर में मगरमच्छ दिखाई देने पर मची दशहत, वन अमले ने किया रेस्क्यू

रिपोर्ट- शिवम अवस्थी, एडिट- विजय नंदन फतेहपुर: मंगलवार सुबह फतेहपुर जिले के

कांग्रेस संगठन सृजन अभियान से मुंगेली में बढ़ी सियासी सरगर्मी

जिलाध्यक्ष पद को लेकर मंथन तेज मुंगेली। जिले में कांग्रेस संगठन को

मध्य प्रदेश मंत्रिपरिषद ने पेंशनर्स की महंगाई राहत बढ़ाई

BY: Yoganand Shrivastva भोपाल, 14 अक्टूबर 2025: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की

उत्तराखंड: सीएम धामी ने चयनित शिक्षकों और अधिकारियों को सौंपे नियुक्ति पत्र

by: vijay nandan देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार

सीएम मोहन यादव ने पेंशनर्स को दी सौगात, महंगाई भत्ता में 2% बढ़ोतरी का ऐलान

by: vijay nandan भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई

सिवनी के भ्रष्ट पुलिसवालों पर चला सीएम मोहन यादव का डंडा, लूट की FIR दर्ज

सिवनी : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सिवनी लूट मामले में कड़ा

खुशियों के बीच छाया सन्नाटा: सगाई के मौके पर चली गोली, व्यापारी आशीष सोनी की मौत

Report: Imran Khan छतरपुर/ जिला के महाराजपुर थाना इलाके मे सर्राफा व्यापारीी

दिवाली से पहले पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 189 किलोग्राम अवैध आतिशबाजी बरामद

रिपोर्ट: दुष्येंद्र कुमार, EDIT BY: MOHIT JAIN दिवाली के अवसर पर जनपद

Gautam Gambhir Birthday: 44 साल के हुए गौतम गंभीर, खिलाड़ी से लेकर हेड कोच तक का सफर

BY: MOHIT JAIN भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर आज अपना