सुल्तानपुर में यूपी सरकार के मंत्री और निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद ने पुलिस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके समुदाय के लोगों को फर्जी मामलों में फंसाया जा रहा है। एक वायरल वीडियो में उन्हें मंच से पुलिसवालों को धमकाते हुए कहते सुना जा सकता है, “मैं सात दारोगा का हाथ-पैर तुड़वाकर और उन्हें गड्ढे में फेंकवाकर यहां तक पहुंचा हूं।”

क्या हुआ मामला?
संजय निषाद ने सुल्तानपुर में आयोजित एक जनसभा में कहा कि उनके समुदाय के युवाओं के खिलाफ फर्जी केस दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा, “हमारे लड़कों के ऊपर से सारे फर्जी केस हटाओ, नहीं तो आंदोलन होगा। दारोगा सस्पेंड हो जाएगा और मैं सीएम तक शिकायत करूंगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी निषाद को फर्जी केस में फंसाया गया तो वे इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। “दारोगा ज्यादा ड्रामा करेगा तो जेल जाएगा और उसे बेल भी नहीं मिलेगी।”
पुलिस कार्रवाई पर सवाल
यह विवाद तब शुरू हुआ जब 14 मार्च को होली के दिन सुल्तानपुर के शाहपुर गांव में एक दलित महिला की मौत हो गई। इस घटना के बाद पुलिस ने निषाद समुदाय के चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। मंत्री निषाद ने इसे फर्जी कार्रवाई बताते हुए कहा कि उनके समुदाय के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है।
निषाद का पुलिस को चेतावनी
संजय निषाद ने साफ किया कि अगर पुलिस ने उनके समुदाय के लोगों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखी तो वे इसके लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, “मैं ऐसे ही यहां तक नहीं पहुंचा हूं। कई दारोगाओं का हाथ-पैर तुड़वाकर पहुंचा हूं।”
पुलिस और प्रशासन पर दबाव
मंत्री निषाद ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि निषाद समुदाय के लोगों को फर्जी केस से बाहर निकाला जाए। उन्होंने कहा, “अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम आंदोलन पर उतरेंगे और दारोगा को सस्पेंड करवा देंगे।”
समुदाय के लिए लड़ने का वादा
संजय निषाद ने अपने समुदाय के लोगों को आश्वासन दिया कि वे उनके हक के लिए लड़ेंगे। उन्होंने कहा, “हम निषाद समाज के लोगों को फर्जी केस में फंसने नहीं देंगे। अगर कोई दारोगा हमारे खिलाफ गलत कदम उठाएगा तो उसे जेल भेज देंगे।”
क्या है पूरा मामला?
बीते 14 मार्च को सुल्तानपुर के शाहपुर गांव में होली के दौरान एक दलित और निषाद परिवार के बीच विवाद हो गया। इस झगड़े में एक 65 वर्षीय दलित महिला की मौत हो गई। पुलिस ने मृतक महिला के परिजनों की शिकायत पर निषाद समुदाय के चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
निषाद पार्टी का रुख
निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद ने इस मामले में पुलिस की कार्रवाई को गलत बताया। उन्होंने कहा कि उनके समुदाय के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है और उन्हें फर्जी केस में फंसाया जा रहा है।
आगे की कार्रवाई
मंत्री निषाद ने कहा कि अगर पुलिस ने उनके समुदाय के लोगों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखी तो वे इसके लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, “हम आंदोलन करेंगे और दारोगा को सस्पेंड करवा देंगे।”
निष्कर्ष
संजय निषाद का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उन्होंने पुलिस और प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनके समुदाय के लोगों के खिलाफ कार्रवाई जारी रही तो वे इसके लिए तैयार हैं।
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