रायगढ़: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के कापू थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। 21 फरवरी को ग्राम कमराई में एक खेत में जला हुआ अज्ञात शव मिलने से हड़कंप मच गया था। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह शव जयमति विश्वकर्मा उर्फ देवमति लोहार का था, जिसकी हत्या उसके पति अमृत केरकेट्टा ने चरित्र संदेह के चलते कर दी थी।
पति ने की बेरहमी से हत्या, सबूत मिटाने के लिए शव जलाया
पुलिस के अनुसार, अमृत केरकेट्टा को अपनी पत्नी देवमति के चरित्र पर संदेह था। 20 फरवरी की रात दोनों के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद अमृत ने गुस्से में आकर हाथ, मुक्कों और डंडे से उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। इस हमले में देवमति की मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या के बाद, अमृत ने अपने गांव के चार अन्य साथियों के साथ मिलकर शव को खेत में ले जाकर जलाने की योजना बनाई। शव को छुपाने के लिए छह-सात ट्रैक्टर पैरा (फसल का अवशेष) डालकर उसमें आग लगा दी, ताकि सबूत पूरी तरह नष्ट हो जाएं।
गांव के व्यक्ति ने दी पुलिस को सूचना
21 फरवरी की सुबह गांव के चैन सिंह राठिया जब शौच के लिए खेत की ओर गए, तो उन्हें पैरावट के बीच एक जला हुआ शव दिखाई दिया। शव के कुछ हिस्से पूरी तरह नहीं जले थे, जिससे यह अंदाजा लगाया गया कि यह किसी महिला का शव हो सकता है।
चैन सिंह ने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव का पोस्टमार्टम कराया और जांच शुरू की।
पति पर गहरा हुआ शक, पूछताछ में किया जुर्म कबूल
शव मिलने के बाद गांव का अमृत केरकेट्टा अपनी पत्नी की तलाश कर रहा था, जिससे पुलिस को उस पर संदेह हुआ। पुलिस ने जब उससे सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
अमृत ने बताया कि उसने पत्नी की हत्या करने के बाद शव को खेत में जलाकर सबूत नष्ट करने की कोशिश की थी। पुलिस ने आरोपी के बयान के आधार पर हत्या में इस्तेमाल किया गया डंडा भी जब्त कर लिया है।
चार अन्य आरोपी फरार, पुलिस कर रही तलाश
कापू थाना पुलिस ने अमृत केरकेट्टा को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ अपराध क्रमांक 42/2025 के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 103 और 238 में मामला दर्ज किया है। इसके अलावा, शव जलाने में उसकी मदद करने वाले चार अन्य आरोपियों की संलिप्तता मिलने पर उनके खिलाफ भी धारा 3(5) BNS जोड़ी गई है। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।