अमेरिका ने अवैध प्रवासियों को वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद एक अमेरिकी सैन्य विमान C-17 भारतीय प्रवासियों को लेकर भारत के लिए रवाना हो गया है। यह विमान कम से कम 24 घंटे में भारत पहुंचेगा।
अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, ट्रंप प्रशासन ने अवैध प्रवासियों की पहचान कर उन्हें उनके मूल देशों में वापस भेजने का अभियान शुरू किया है। इससे पहले, अमेरिका ने लैटिन अमेरिकी देशों के प्रवासियों को वापस भेजने के लिए छह विमानों का इस्तेमाल किया था।
भारत के संदर्भ में, अमेरिका ने लगभग 18,000 अवैध भारतीय प्रवासियों की पहचान की है, जिनमें से कुछ को इस विमान के जरिए वापस भेजा जा रहा है। वर्तमान में अमेरिका में लगभग 7.25 लाख अवैध भारतीय प्रवासियों के होने का अनुमान है।
ट्रंप ने अपने चुनावी अभियान के दौरान अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया था। उन्होंने कहा था कि उनका प्रशासन अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा निर्वासन अभियान चलाएगा।
भारत और अमेरिका के बीच इस मुद्दे पर पहले ही चर्चा हो चुकी है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा था कि भारत वैध दस्तावेजों के बिना रह रहे अपने नागरिकों की वापसी के लिए तैयार है।
यह कदम अमेरिका में भारतीय प्रवासियों, विशेष रूप से H-1B वीजा धारकों, के लिए चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि अमेरिका में सबसे ज्यादा H-1B वीजा भारतीयों को ही जारी किए जाते हैं।