Reporter: Abhishek Singh Thakur, Edit By: Yogananad Shrivastava
Bhanupratappur : कांकेर जिले के दुर्गुकोंदल विकासखंड अंतर्गत ग्राम कोंद्रुज में अवैध रेत उत्खनन का कारोबार बेखौफ तरीके से जारी है। रेत माफिया दिन के उजाले में चैन माउंटेन मशीनों से नदी से रेत निकाल रहे हैं। हालात यह हैं कि प्रतिदिन सैकड़ों हाइवा रेत का परिवहन किया जा रहा है, जिससे शासन को लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है।
एनजीटी के आदेशों की खुलेआम अनदेखी
जानकारी के अनुसार नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद दुर्गुकोंदल क्षेत्र में नियमों को ताक पर रखकर अवैध खनन किया जा रहा है। दिनभर मशीनों की आवाजें गूंजती रहती हैं, लेकिन खनिज, राजस्व और प्रशासनिक विभागों की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

प्रशासन की निष्क्रियता पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि अवैध उत्खनन की पूरी जानकारी प्रशासन को होने के बावजूद माइनिंग विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। बार-बार शिकायतों के बाद भी न तो मौके पर जांच की गई और न ही चैन माउंटेन मशीनें या हाइवा जब्त किए गए।
नदी और पर्यावरण पर मंडरा रहा खतरा
ग्रामीणों ने चिंता जताई है कि अवैध रेत उत्खनन से नदी का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। इससे पर्यावरण को भी गंभीर नुकसान हो रहा है, लेकिन जिम्मेदार विभाग आंख मूंदे बैठे हैं।
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अब कार्रवाई या यूं ही चलता रहेगा खेल?
अब बड़ा सवाल यह है कि प्रशासन समय रहते सख्त कदम उठाएगा या फिर कार्रवाई के अभाव में रेत माफियाओं के हौसले यूं ही बुलंद बने रहेंगे और कोंद्रुज में अवैध रेत उत्खनन लगातार जारी रहेगा।





