BY: Yoganand Shrivastva
Ujjain news: उज्जैन के मंगलनाथ मार्ग स्थित एक नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती 41 वर्षीय युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। मृतक की पहचान शंकरपुर निवासी हरीश निर्मल के रूप में हुई है। परिजनों ने नशा मुक्ति केंद्र में उसके साथ मारपीट किए जाने का आरोप लगाया है, जबकि पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, शराब की लत से परेशान हरीश निर्मल को 6 दिसंबर को नव मानस नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार देर रात केंद्र की ओर से परिजनों को सूचना दी गई कि हरीश की तबीयत अचानक बिगड़ गई है और उसे आरडी गार्डी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। परिजन जब अस्पताल पहुंचे, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
शनिवार सुबह शव घर लाए जाने के बाद परिजनों ने हरीश के शरीर पर चोट के निशान और खून देखा। इस पर उन्हें संदेह हुआ और उन्होंने जीवाजी गंज पुलिस को सूचना दी। परिजनों का आरोप है कि नशा मुक्ति केंद्र में हरीश के साथ मारपीट की गई, जिसके चलते उसकी मौत हुई।
परिवार के संदेह को देखते हुए पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आलोक शर्मा ने बताया कि जीवाजी गंज थाना क्षेत्र में मर्ग दर्ज किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकेगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मृतक हरीश निर्मल के परिवार में उसके माता-पिता के अलावा दो बच्चे हैं, जिनमें एक बेटा और एक बेटी शामिल हैं। उसके पिता ग्यारसीलाल निर्मल सेवानिवृत्त कंपाउंडर हैं, जबकि हरीश कंस्ट्रक्शन से जुड़ा काम करता था।
वहीं, नव मानस नशा मुक्ति केंद्र के संचालक उमेश वैष्णव ने आरोपों को निराधार बताया है। उनका कहना है कि हरीश के साथ किसी प्रकार की मारपीट केंद्र में नहीं हुई। उन्होंने दावा किया कि हरीश को पहले से ही हृदय संबंधी समस्या थी और संभवतः साइलेंट हार्ट अटैक के कारण उसकी मौत हुई है। केंद्र प्रबंधन के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद हैं, जिन्हें परिजनों को दिखाया गया है। पुलिस अब सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच कर रही है।





