by: vijay nandan
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है और रुझानों में एनडीए की बंपर बढ़त ने पटना से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक गर्मी बढ़ा दी है। राजधानी पटना में बीजेपी समर्थकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। पार्टी कार्यालयों में ढोल-नगाड़ों की थाप, डांस, गुलाल और पटाखों के बीच कार्यकर्ता बड़ी जीत का जश्न मना रहे हैं।

रुझानों के मुताबिक एनडीए 243 में से 201 सीटों पर आगे चल रहा है। इसमें..
- बीजेपी – 89
- जेडीयू – 79
- एलजेपी (रामविलास) – 21
- हम – 4
- आरएलएम – 4
- वहीं महागठबंधन काफी पीछे है, लगातार दावे और वादों के बावजूद गठबंधन रुझानों में बढ़त बनाने में नाकाम दिख रहा है।
- आरजेडी- 27
- कांग्रेस- 05
- सीपीआई (एमएल L) 02
- अन्य-01
एनडीए का जादू क्यों चला ?
रुझान यह साफ संकेत दे रहे हैं कि बिहार की राजनीति में एक बार फिर से एनडीए का दबदबा कायम हुआ है। बीजेपी और नीतीश कुमार की रणनीति मतदाताओं के बड़े वर्ग को प्रभावित करती दिखाई दे रही है। इस चुनाव में पीएम मोदी की रैलियां, केंद्र की योजनाओं की पकड़, महिलाओं के बीच लाभार्थी वोट बैंक, और नीतीश कुमार की प्रशासनिक छवि सबने मिलकर एनडीए को बढ़त दिलाई।

महागठबंधन क्यों फेल हुआ?
तेजस्वी यादव के बेरोजगारी, नौकरी और महिला सुरक्षा जैसे वादे बड़े मुद्दे तो थे, लेकिन जमीनी स्तर पर उन्हें वोट बैंक में तब्दील नहीं किया जा सका। कांग्रेस की कमजोर पकड़, सीट बंटवारे की खींचतान और क्षेत्रीय समीकरणों की गलत गणना ने भी महागठबंधन को पीछे धकेला।
क्या नीतीश फिर बनेंगे मुख्यमंत्री या बदलेगा चेहरा?
रुझानों में एनडीए की भारी बढ़त के बाद यह बड़ा सवाल तेजी से चर्चा में है कि क्या नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे? या बीजेपी इस बार कोई नया चेहरा आगे करेगी? हालांकि बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, जीत का आंकड़ा जितना बड़ा होगा, सरकार गठन में उतनी ही आसानी होगी। लेकिन अंतिम फैसला एनडीए की औपचारिक बैठक के बाद ही सामने आएगा। पटना में जश्न, कई जिलों में रुझान स्थिर, पटना में बीजेपी दफ़्तर के बाहर डांस, ढोलक और आतिशबाज़ी जारी है। सेना के जवानों और पुलिस की भारी तैनाती के बीच शांतिपूर्ण काउंटिंग का दौर जारी है।





