
Mohit Jain
अफगानिस्तान के हिंदू कुश क्षेत्र में मंगलवार देर रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इस भूकंप की तीव्रता 5.1 मापी गई, जबकि पाकिस्तान में 3.8 तीव्रता के झटके दर्ज किए गए। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, अभी तक किसी भी देश में जान या माल के नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है।
भूकंप का केंद्र और प्रभावित क्षेत्र

भूकंप का केंद्र जमीन से लगभग 244 किलोमीटर (152 मील) गहराई पर था। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में भी तेज झटके महसूस किए गए। पाकिस्तान में झटके कश्मीर में भी महसूस किए गए। भारतीय अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्रशासित प्रदेशों में किसी प्रकार की जनहानि या बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
लोगों में दहशत और प्रतिक्रिया
भूकंप मंगलवार रात लगभग 11:45 बजे आया, जब अधिकांश लोग सो रहे थे या रात की तैयारी कर रहे थे। अचानक आए झटकों से लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए। कई लोग लंबे समय तक चलने वाले झटकों के कारण चिंतित रहे।
भूकंप का इतिहास और खतरा
अफगानिस्तान, पाकिस्तान और उत्तर भारत का क्षेत्र दुनिया के सबसे भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्रों में से एक है। पिछले तीन दशकों में अफगानिस्तान में लगभग 355 भूकंप 5.0 या उससे अधिक तीव्रता के दर्ज किए गए। हाल के घातक कुनर भूकंप से पहले पक्तिया प्रांत में 6.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 1,000 से अधिक लोगों की मौत हुई थी।
विशेषज्ञों के अनुसार, भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों के बीच लगातार टकराव के कारण पृथ्वी की सतह के नीचे विशाल ऊर्जा एकत्र होती है, जो समय-समय पर भूकंप के रूप में मुक्त होती है।