BY: Yoganand Shrivastva
भारतऔर रूस की दोस्ती केवल कूटनीति या रक्षा सहयोग तक सीमित नहीं रही, बल्कि बॉलीवुड ने भी दोनों देशों के रिश्तों में एक पुल का काम किया है। खास बात यह है कि 55 साल पहले रिलीज हुई राज कपूर की फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ आज भी रूस में लोगों की पसंदीदा फिल्मों में शामिल है।रूस में इस फिल्म के गानों पर आज भी लोग नाचते-गुनगुनाते नजर आते हैं। राज कपूर की लोकप्रियता वहाँ इस कदर रही कि उन्हें रूसी दर्शक अपना पसंदीदा इंटरनेशनल कलाकार मानते थे।
रूसी नेताओं ने भी गुनगुनाया राज कपूर का गीत
राज कपूर और रूसियों के बीच अनोखा सांस्कृतिक रिश्ता रहा है। उनकी फिल्म ‘आवारा’ और उसका मशहूर गीत “आवारा हूँ” रूस में एक भावनात्मक जुड़ाव बन गया था।रूसी सभाओं और सरकारी आयोजनों में यह गीत कई बार बजाया जाता था। कहा जाता है कि पूर्व रूसी राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन भी इस गाने को अक्सर गुनगुनाया करते थे।राज कपूर की लोकप्रियता रूस में इतनी अधिक थी कि कई समीक्षक उनकी प्रसिद्धि की तुलना पश्चिमी संगीत बैंड बीटल्स से करते रहे हैं।यह भी माना जाता है कि रूसी लोग उनकी फिल्मों में दिखने वाले मानवीय और समाजवादी मूल्यों से प्रभावित होते थे, भले ही राज कपूर स्वयं राजनीतिक रूप से कम्युनिस्ट नहीं थे।
‘मेरा जूता है जापानी’ और रूस का कनेक्शन
राज कपूर की फिल्म “श्री 420” का गीत “मेरा जूता है जापानी” भी रूस में बहुत चर्चित हुआ।
कई समीक्षकों ने यह भी कहा कि गीत का ‘सर पे लाल टोपी रूसी’ वाला हिस्सा रूस में सम्मान और स्नेह का प्रतीक बन गया।इस गीत ने रूस में राज कपूर की लोकप्रियता को और गहरा कर दिया।
‘संगम’ और ‘मेरा नाम जोकर’—रूस से गहरा संबंध
संगम फिल्म को भी रूस में खूब सराहा गया। प्रेम और बलिदान की थीम ने रूसी दर्शकों का दिल जीता, जबकि भारतीय समीक्षकों ने उस समय फिल्म को औसत बताया था।राज कपूर की 1970 में रिलीज हुई फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ का रूस से विशेष नाता रहा। इसका एक अहम कारण यह भी था कि फिल्म में रूसी अभिनेत्री सेनिया रियाबिनकिना ने मुख्य भूमिकाओं में से एक निभाई थी।लेखक के.ए. अब्बास, जो स्वयं समाजवादी विचारों से प्रभावित थे, ने ‘आवारा’ और ‘मेरा नाम जोकर’ दोनों की कहानी लिखी थी। इससे फिल्म की संवेदनशीलता और मानवीय भाव रूसियों को और अधिक आकर्षित करती थी।
आज भी कायम है राज कपूर और रूस का अटूट रिश्ता
आज भी रूस में राज कपूर की फिल्मों के गाने बजते हैं, लोग ‘आवारा हूँ’ और ‘मेरा जूता है जापानी’ को बड़े प्यार से गुनगुनाते हैं।‘मेरा नाम जोकर’ की लोकप्रियता इस बात का प्रमाण है कि कला और सिनेमा सांस्कृतिक सीमाओं से कहीं ऊपर होते हैं। राज कपूर की फिल्मों ने भारत और रूस के रिश्तों में एक ऐसा भावनात्मक पुल बनाया, जो आज भी उतना ही मजबूत है जितना 55 साल पहले था।





