लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण की वोटिंग 1 जून यानी शनिवार को होने वाली है। इसके ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु के कन्याकुमारी पहुंच कर साधना में लीन हो चुके हैं। खबरों की मानें तो ध्यान कक्ष में पीएम मोदी मौन हैं। शाम 6 बजकर 45 मिनट पर प्रधानमंत्री ध्यान मुद्रा में बैठे हैं। इस दौरान पीएम मोदी किसी से बात भी नहीं कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी की साधना 45 घंटे तक चलेगी। इस 45 घंटे के कठोर ध्यान में ना तो वह अन्न ग्रहण करेंगे। ना ही किसी से बात करेंगे। कठोर साधना में प्रधानमंत्री जरूरत पड़ने सिर्फ केवल नींबू पानी का सेवन करेंगे। वह सिर्फ तरल आहार ही लेने वाले हैं। ताकि उनका शरीर हाइड्रेट रहे। इसके अलावा पीएम नारियल पानी और अंगूर का जूस भी पीएंगे।
पीएम मोदी ने भगवती अम्मन मंदिर में की पूजा-अर्चना
दरअसल, गुरुवार (30 मई) की शाम को सातवें और अंतिम चरण के लिए चुनाव प्रचार थम गया। इसके बाद पीएम मोदी कन्याकुमारी पहुंचे। जहां पहुंच कर सबसे पहले प्रधानमंत्री ने भगवती अम्मन मंदिर में पूजा-अर्चना की। पीएम मोदी को धोती और सफेद शॉल ओढ़े मंदिर के गर्भगृह की परिक्रमा करते हुए देखा गया था। पुजारियों ने एक विशेष आरती की और उन्हें प्रसाद दिया। इसके बाद पीएम मोदी नाव के जरिए विवेकानंद रॉक मेमोरियल पहुंचे। यहां वह कुछ देर के लिए मंडपम की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर खड़े रहे और बाद में ध्यान मंडपम में कठोर साधना में लीन हो गए।
45 घंटे ध्यान करने के बाद क्या करेंगे पीएम मोदी?
अब यहां प्रधानमंत्री करीब 2 दिन के लिए ध्यान में बैठ गए हैं। एक जून को ध्यान के बाद प्रधानमंत्री मोदी संत तिरुवल्लुवर की प्रतिमा का दौरा करेंगे। बता दें कि संत तिरुवल्लुवर तमिलनाडु के सबसे मशहूर कवि थे, जिनका स्मारक और मूर्ति दोनों छोटे-छोटे टापुओं पर बनाए गए हैं। संत तिरुवल्लुवर की प्रतिमा की कुल ऊंचाई 133 फीट है।
विपक्ष ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री मोदी कन्याकुमारी में ध्यान लगा रहे हैं, लेकिन करीब 2800 किलोमीटर दूर दिल्ली में सियासी तूफान आ हुआ है। विपक्ष के नेता पीएम मोदी के ध्यान पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, \’\’सुना है कि वो अब दूर कहीं चले गए हैं। परिणाम आने से पहले तपस्या के लिए दूर चले गए। जब आखिरी में परिणाम नहीं आएगा, तब कह पाएंगे कि हमारी तपस्या में कुछ कमी रह गई थी। 4 जून को मंगल है, मंगल ही हो जाएगा उस दिन।\’\’ वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा, \’\’जिन्होंने कहा था कि अच्छे दिन लाएंगे, वे अच्छे दिन तो नहीं ला पाएंगे, लेकिन 4 जून को हारेंगे वो तो देश के सुनहरे दिन होंगे। हमारे आपके खुशियों के दिन होंगे।\’\’
बीजेपी का विपक्ष पर पलटवार
वहीं पीएम मोदी को लेकर विपक्ष जबरदस्त हमलावर है। जिसको देखते हुए बीजेपी भी पलटवार कर रही है। भाजपा ने विपक्ष के नेताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर पीएम मोदी साधना में लीन हैं तो विरोधी क्यों परेशान हैं?
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