आज कारगिल युद्ध विजय को 24 साल हो गए हैं। 26 जुलाई, 1999 को कारगिल में हिन्दुस्तान फौज ने तिरंगा लहराया था। इस जंग में भारत के 527 जवान शहीद हुए थे। कारगिल दिवस के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 26 जुलाई को लद्दाख के द्रास में कारगिल वॉर मेमोरियल पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। शहीदों को सम्मान देने के लिए 4 मिग-29 एयरक्राफ्ट्स ने फ्लाई पास्ट किया। 3 चीता हेलिकॉप्टर्स ने मेमोरियल पर फूल बरसाए।PM मोदी बोले यह दिन भारत के पराक्रमियों की शौर्यगाथा को सामने लाता है।
युद्ध के लिए तैयार रहें
रक्षा मंत्री बोले- हमारी सेना ने हमेशा बताया कि जंग न्यूक्लियर बम से नहीं लड़ी जाती है, बल्कि शौर्य और अदम्य इच्छाशक्ति से लड़ी जाती है। युद्ध सिर्फ सेना ही नहीं लड़ती बल्कि युद्ध दो राष्ट्रों और उनकी जनता के बीच होता है।किसी भी युद्ध में प्रत्यक्ष रूप से सेनाएं तो भाग लेती ही हैं, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से उस युद्ध में किसान से लेकर डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक व कई सारे पेशों के लोग शामिल होते हैं। हाल के दिनों में युद्ध लंबे खिंच रहे हैं।आने वाले समय में जनता को इनडायरेक्ट नहीं बल्कि सीधे तौर पर युद्ध में शामिल होने के लिए तैयार होना चाहिए।
LoC पार करेंगे
राजनाथ सिंह ने कहा, कारगिल युद्ध में हमने लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पार नहीं किया था। इसका मतलब यह नहीं कि हम LoC पार नहीं कर सकते थे। हम ऐसा कर सकते थे, कर सकते हैं और जरूरत पड़ी तो ऐसा करेंगे भी। उन्होंने ये भी कहा कि जनता को युद्ध के लिए मानसिक रूप से तैयार रहना होगा। कारगिल में भारतीय ध्वज इसलिए लहरा रहा है क्योंकि 1999 में भारतीय सैनिकों ने अपने शौर्य का परिचय देते हुए दुश्मनों की छाती पर अपना तिंरगा लहरा दिया था।
क्यों मनाया जाता है
साल 1999 में भारत-पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध हुआ था, जो 26 जुलाई 1999 को समाप्त हुआ था। इस युद्ध में भारत ने पड़ोसी मुल्कन पाकिस्ताीन को धूल चटाई थी। पाकिस्तान पर भारत की इस जीत को 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस युद्ध में भारत के 527 जवान शहीद हुए थे। ये दिन उस युद्ध में शहीद हुए देश की आन, बान और शान भारतीय सेना के पराक्रम को याद करने और उनकी कुर्बानी को सम्मान देने का है।
PM ने किया ट्वीट
कारगिल विजय दिवस पर PM मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा- कारगिल विजय दिवस भारत के उन अद्भुत पराक्रमियों की शौर्यगाथा को सामने लाता है, जो देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणाशक्ति बने रहेंगे। इस विशेष दिवस पर मैं उनका हृदय से नमन और वंदन करता हूं।