BY: Yoganand Shrivastva
मध्य पूर्व में हालात एक बार फिर बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। इज़रायल द्वारा ईरान पर किए गए सैन्य हमले के बाद अब अमेरिका ने भी सख्त रुख अपना लिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को खुली चेतावनी दी है कि अगर वह जल्द ही परमाणु समझौते पर सहमत नहीं हुआ, तो भविष्य के हमले और भी विनाशकारी होंगे।
डोनाल्ड ट्रंप का सख्त संदेश
शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया को संबोधित करते हुए ईरान से अपील की कि वह परमाणु समझौते पर बातचीत के लिए तैयार हो जाए। उन्होंने कहा कि यदि ईरान ने इस मौके को गंवाया, तो आगे की कार्रवाई और ज़्यादा गंभीर और विनाशकारी होगी।
ट्रंप का कहना था:
“अभी भी समय है कि इस नरसंहार को रोका जाए, क्योंकि जो हमले पहले से तय हैं, वे कहीं अधिक खतरनाक होंगे।”
यह बयान ऐसे समय आया है जब इज़रायल ने ईरान के खिलाफ बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान शुरू किया है।
‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ के तहत इज़रायली हमला
इज़रायल ने शुक्रवार को ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ के तहत ईरान पर हवाई हमले किए, जिनमें उसके चार परमाणु और दो सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया।
इस ऑपरेशन में ईरान के कई सीनियर सैन्य अधिकारियों और परमाणु वैज्ञानिकों के मारे जाने की पुष्टि हुई है।
इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा:
“ईरान का परमाणु कार्यक्रम हमारे देश के अस्तित्व के लिए सीधा खतरा है। हमें इसे किसी भी कीमत पर रोकना होगा।”
ईरान का जवाबी हमला: 100 से अधिक ड्रोन दागे
इज़रायल के इस हमले के जवाब में ईरान ने भी मोर्चा खोल दिया है। ईरानी सशस्त्र बलों के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका और इज़रायल दोनों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
ईरान ने इज़रायल की ओर 100 से अधिक ड्रोन दागे, हालांकि इज़रायली सेना के अनुसार अधिकतर ड्रोन सीमा से बाहर ही मार गिराए गए।
क्या आने वाले दिन और खतरनाक हो सकते हैं?
मौजूदा घटनाक्रम को देखते हुए यह स्पष्ट है कि यदि कूटनीतिक प्रयास असफल रहे, तो अमेरिका, इज़रायल और ईरान के बीच सीधा युद्ध हो सकता है। डोनाल्ड ट्रंप के इस स्पष्ट संदेश के बाद अब दुनिया की नजरें ईरान की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं।