उत्तर प्रदेश में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है। बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश ने राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बना दिए हैं। मौसम विभाग ने राज्य के 44 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसमें 13 जिलों में भारी बारिश और 31 जिलों में गरज-चमक व बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है।
वाराणसी में गंगा का कहर: मंदिर और घाट डूबे
वाराणसी में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। बीते 4 दिनों में गंगा का जलस्तर 15 फीट तक बढ़ चुका है और अब यह 62.63 मीटर तक पहुंच गया है, जबकि खतरे का निशान 71.262 मीटर है।
- मणिकर्णिका घाट, जो अंतिम संस्कार के लिए प्रमुख स्थल है, आधा डूब गया है।
- प्रसिद्ध रत्नेश्वर महादेव मंदिर, जो 9 डिग्री झुका हुआ है, अधिकांश हिस्सा जलमग्न हो गया है।
- हरिश्चंद्र घाट और उसके आसपास के 300 से ज्यादा पंडा-पुरोहितों की चौकियां भी डूब चुकी हैं।
- अब शवों का अंतिम संस्कार घाट की छत पर किया जा रहा है।
अन्य जिलों में भी जल प्रलय जैसे हालात
कानपुर
शुक्रवार देर रात कानपुर में लगातार 2 घंटे तक जोरदार बारिश हुई, जिससे सड़कों पर जलभराव और यातायात प्रभावित हुआ।
सहारनपुर
यहां एक बरसाती नदी में तेज बहाव आ गया। एक बाइक सवार युवक नदी में बह गया, हालांकि ग्रामीणों ने किसी तरह उसे बचा लिया।
ललितपुर
गुरुवार देर रात की तेज बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए। ग्रामीण इलाकों में पानी घरों तक घुस गया।
आगामी 4 दिनों का मौसम पूर्वानुमान
तारीख | वेस्ट यूपी | ईस्ट यूपी |
---|---|---|
6 जुलाई | गरज-चमक के साथ बारिश, 30-40 किमी/घंटे की हवा | गरज-चमक के साथ बारिश, तेज हवा |
7 जुलाई | अधिकतर जिलों में बारिश | कुछ स्थानों पर बारिश |
8 जुलाई | अधिकतर जिलों में बारिश | कुछ स्थानों पर बारिश |
9 जुलाई | गरज-चमक के साथ तेज बारिश और हवा | गरज-चमक के साथ बारिश, तेज हवा |
मौसम विभाग की चेतावनी और विशेषज्ञों की राय
डॉ. अतुल सिंह, मौसम वैज्ञानिक के अनुसार,
“दक्षिण-पश्चिमी मानसून पूरी तरह सक्रिय है। यही कारण है कि प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से भारी बारिश हो रही है। यह स्थिति अगले 5 दिनों तक बनी रह सकती है।”
- तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा।
- बिजली गिरने की घटनाओं की संभावना ज्यादा बनी रहेगी, खासकर खुले इलाकों में सावधानी बरतें।
यह खबर भी पढें: 400 KM तक बम की सूचना के साथ दौड़ी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस: झांसी में रोकी गई ट्रेन, 1 घंटे चला तलाशी अभियान
स्थिति गंभीर, सतर्क रहना जरूरी
उत्तर प्रदेश में मानसून की यह तेज रफ्तार जनजीवन को प्रभावित कर रही है। नदियों का जलस्तर बढ़ना, घाटों का डूबना और भारी बारिश से सड़कों पर जलभराव—इन सभी हालातों में लोगों को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। प्रशासन और स्थानीय निकायों को राहत कार्यों में तेजी लाने की आवश्यकता है।