BY: Yoganand Shrivastva
संयुक्त राज्य अमेरिका में इमिग्रेशन और कस्टम्स एन्फोर्समेंट (ICE) की सख्त नीतियों को लेकर जारी प्रदर्शनों के बीच, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन लोगों पर कड़ा हमला बोला है जिन्होंने प्रदर्शन के दौरान अमेरिकी झंडे को जलाया। उन्होंने ऐसे प्रदर्शनकारियों की तुलना “जानवरों” से करते हुए कहा कि उन्हें कठोर सजा के लिए तैयार रहना चाहिए।
“दूसरे देशों के झंडे उठाते हैं, अमेरिकी झंडा जलाते हैं”
फोर्ट ब्रैग में आयोजित अमेरिका की सेना की 250वीं वर्षगांठ के मौके पर ट्रंप ने कहा,
“ये लोग अमेरिकी ध्वज का अपमान कर रहे हैं, जबकि गर्व से दूसरे देशों के झंडे उठा रहे हैं। यह राष्ट्र के लिए शर्म की बात है।”
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे कृत्यों पर एक साल की जेल की सजा होनी चाहिए और सरकार इस दिशा में सीनेटरों के साथ मिलकर कानून लाने पर काम कर रही है।
लॉस एंजिल्स में झंडा जलाने की घटनाएं और बवाल
लॉस एंजिल्स में ICE की छापेमारी के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों में प्रदर्शनकारियों द्वारा अमेरिकी ध्वज जलाने की घटनाएं सामने आई हैं। इसके बाद ट्रंप ने न सिर्फ इस कृत्य की निंदा की बल्कि संभावित आपराधिक सजा की बात भी दोहराई। उन्होंने न्यूयॉर्क पोस्ट के पॉडकास्ट में भी कहा:
“जो कोई भी अमेरिकी झंडा जलाता है, उसे कम से कम एक साल के लिए जेल भेजा जाना चाहिए।”
4,000 से अधिक नेशनल गार्ड और 700 मरीन तैनात
बढ़ते विरोध और हिंसा को देखते हुए, ट्रंप प्रशासन ने 4,000 से ज्यादा नेशनल गार्ड और 700 अमेरिकी मरीन को लॉस एंजिल्स में तैनात किया है। हालांकि, इस कदम को लेकर विवाद भी खड़ा हो गया है। कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूज़ॉम ने इसे संघीय हस्तक्षेप और राज्य के अधिकारों का उल्लंघन बताया है। उन्होंने ट्रंप प्रशासन पर मुकदमा भी दायर किया है, जिसमें संविधान के 10वें संशोधन का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है।
प्रदर्शन क्यों हो रहे हैं?
जनवरी 2025 में ट्रंप सरकार ने नई इमिग्रेशन नीति लागू की, जिसके तहत अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई तेज कर दी गई। लॉस एंजिल्स, जिसे ‘सैंक्चुअरी सिटी’ घोषित किया गया था, वहां 6 जून से ICE की छापेमारियों के खिलाफ विरोध शुरू हुए।
7 जून को पैरामाउंट और कॉम्पटन क्षेत्रों में प्रदर्शनकारियों ने सड़कें जाम कर दीं, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस और रबर बुलेट्स का इस्तेमाल किया। हालात बिगड़ने पर ट्रंप ने नेशनल गार्ड तैनात किए, जिसकी आलोचना राज्य सरकार ने की।
ट्रंप की सख्ती और सियासी घमासान
राष्ट्रपति ट्रंप ने यह भी संकेत दिया है कि इन विरोधों को फंडिंग देने वालों की पहचान की जा रही है। उन्होंने गवर्नर न्यूज़ॉम पर आरोप लगाया कि वे ऐसे अराजक तत्वों का समर्थन कर रहे हैं, जो देश के प्रतीकों का अपमान कर रहे हैं।





