रिपोर्ट – प्रशांत जोशी
काँकेर: जिले की जेल में वन पट्टा फर्जीवाड़ा मामले में बंद पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष और गोंडवाना समाज के वरिष्ठ नेता जीवन ठाकुर की मौत के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। उनकी मृत्यु ने आदिवासी समाज में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है और अब यह मामला राजनीतिक रूप से भी गर्माने लगा है।
कलेक्ट्रेट का घेराव, कड़ी चेतावनी
जीवन ठाकुर की मौत के विरोध में आज आदिवासी समाज के सैकड़ों लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और जोरदार प्रदर्शन करते हुए प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि जेल प्रशासन की लापरवाही के कारण उनकी मौत हुई है।प्रशासन ने प्रदर्शन के दौरान आदिवासी समाज की मांगों को लेकर आश्वासन दिया, लेकिन इसके बावजूद प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा:
“यदि जल्द से जल्द दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो पूरा बस्तर बंद किया जाएगा और चारामा में चक्का जाम किया जाएगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।”
जेलर का स्थानांतरण
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, घटना के बाद काँकेर जेलर को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है और उनका स्थानांतरण कर दिया गया है। हालांकि, आदिवासी समाज ने इसे पर्याप्त नहीं माना और उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
राजनीतिक हलचल तेज
आदिवासी नेतृत्व वाले संगठनों ने इस घटना को गंभीर मुद्दा बताते हुए राजनीतिक दलों पर भी दबाव बनाना शुरू कर दिया है। कई सामाजिक संगठन इसे न्याय और अधिकारों से जुड़ा मामला बताते हुए आंदोलन तेज करने की तैयारी में हैं।





