BY: Yoganand Shrivastva
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार सख्त रुख अपनाते हुए आज, बुधवार को एक उच्चस्तरीय कैबिनेट बैठक करने जा रही है। इस बैठक की अध्यक्षता स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। माना जा रहा है कि इस बैठक में सुरक्षा और विदेश नीति से जुड़े कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं।
यह कैबिनेट बैठक बुधवार सुबह 11 बजे आयोजित की जाएगी, जिसमें सभी केंद्रीय मंत्री मौजूद रहेंगे। पिछले सप्ताह कैबिनेट की कोई नियमित बैठक नहीं हुई थी, हालांकि 23 अप्रैल को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की गई थी।
पहलगाम हमला और सरकार की प्रतिक्रिया
22 अप्रैल को पहलगाम में चार आतंकवादियों ने एक भयावह हमले को अंजाम दिया था, जिसमें 26 लोगों की जान गई और 17 अन्य घायल हुए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमलावरों ने लोगों की धार्मिक पहचान पूछकर उन्हें निशाना बनाया था। घटना के समय प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब की यात्रा पर थे, लेकिन हमले की खबर मिलते ही उन्होंने दौरा बीच में ही छोड़कर भारत वापसी की थी।
हमले के तुरंत बाद सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए। इसमें सिंधु जल संधि को स्थगित करना, पाकिस्तानी सैन्य प्रतिनिधि (मिलिट्री अटाशे) को देश छोड़ने का निर्देश देना और अटारी बॉर्डर के रास्ते होने वाले भूमि-पारगमन को तत्काल प्रभाव से बंद करने जैसे कदम शामिल थे। साथ ही, 29 अप्रैल तक सभी पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश भी जारी किया गया था।
आज की बैठक में क्या हो सकते हैं संभावित फैसले?
आज होने वाली बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विषयों के साथ-साथ कूटनीतिक रणनीतियों पर भी चर्चा की जा सकती है। सूत्रों का कहना है कि सरकार सीमा सुरक्षा को और मजबूत करने, खुफिया तंत्र को सशक्त करने और पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ाने के लिए कुछ नए प्रस्तावों पर भी मुहर लगा सकती है।
इस बैठक पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं क्योंकि यह हमला देश की आंतरिक सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। सरकार की प्रतिक्रिया आने वाले समय में भारत की आतंकवाद विरोधी नीति की दिशा तय कर सकती है।