BY: Yoganand Shrivastva
ग्वालियर: में लगातार हो रही बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। शनिवार को उटीला क्षेत्र स्थित बहांगी खुर्द गांव के पुराने तालाब की पार टूटने से तेज बहाव के साथ पानी पास के इलाकों में फैल गया। इस घटना से बिजौली, मुगलपुरा, रतवाई, जनापुर, भेला और स्यावरी गांव के खेतों में पानी भर गया। अनुमान है कि करीब 500 बीघा कृषि भूमि जलमग्न हो गई और फसलें पूरी तरह खराब हो गईं।
राहत की बात, पानी अभी आबादी तक नहीं पहुँचा
स्थानीय प्रशासन के मुताबिक अभी गांवों की बस्तियों तक पानी नहीं पहुंचा है। फिलहाल शुक्रवार देर रात से बारिश थमने के कारण कई गांव बड़े नुकसान से बच गए हैं। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और हालात पर नजर रख रही है।
बारिश के दबाव से टूटी 100 साल पुरानी तालाब की पार
लगातार हो रही बारिश के कारण तालाब का जलस्तर बढ़ गया और दबाव झेल न पाने के कारण उसकी पार ढह गई। इसके चलते खेतों में पानी का बहाव बढ़ गया और किसानों की मेहनत से खड़ी फसलें नष्ट हो गईं। स्थानीय निवासी विजय सिंह जाट ने बताया कि शनिवार दोपहर अचानक खेतों में पानी भरना शुरू हो गया, जिससे गांव के किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
प्रशासन की टीम मौके पर तैनात
घटना की जानकारी मिलते ही नायब तहसीलदार मुन्ना लाल गौर, राघवेन्द्र कुशवाह और पटवारी केके शर्मा मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि तालाब बहांगी खुर्द गांव में है, लेकिन उसका पानी बहाव की दिशा में बिजौली और आसपास के गांवों तक पहुंच गया है, जिससे वहां की फसल डूब गई है। प्रभावित इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
पिछले साल भी हुआ था हादसा
यह तालाब करीब 100 साल पुराना बताया जाता है। 13 सितंबर 2024 को भी इसी तालाब की पार लगातार बारिश के कारण टूट गई थी, जिसके बाद बिजौली इलाके में पानी भर गया था। उस समय भी प्रशासन को रात में अलर्ट जारी करना पड़ा था।