टाटा मोटर्स अपनी व्यवसाय रणनीति में बड़ा बदलाव करने जा रही है। कंपनी ने अपने व्यवसाय को दो अलग-अलग सूचीबद्ध कंपनियों में बांटने का ऐलान किया है। एक कंपनी पैसेंजर व्हीकल्स (जिनमें इलेक्ट्रिक वाहन और जगुआर लैंड रोवर शामिल हैं) के लिए होगी और दूसरी कंपनी कमर्शियल व्हीकल्स (ट्रक, बस और स्पेयर पार्ट्स) के लिए। इस डिमर्जर के पीछे मुख्य उद्देश्य दोनों व्यवसायों को अलग-अलग फोकस देना और बेहतर विकास सुनिश्चित करना है। आइए जानते हैं इस डिमर्जर से जुड़े 5 अहम तथ्य।
1. चंद्रशेखरन का विजन: “तीव्र विकास के लिए स्पष्ट फोकस”
टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कंपनी की 80वीं एकीकृत वार्षिक रिपोर्ट में डिमर्जर को टाटा मोटर्स के पुनरुद्धार की अगली महत्वपूर्ण कड़ी बताया है। उनका कहना है कि अब पैसेंजर कार, इलेक्ट्रिक वाहन, जगुआर लैंड रोवर और भारी वाणिज्यिक वाहन जैसे विभिन्न व्यवसाय एक ही छत्र के नीचे काम नहीं कर सकते।
उनके अनुसार, डिमर्जर से तीन बड़े लाभ होंगे:
- ग्राहक मूल्य में सुधार: अलग-अलग टीमों द्वारा ट्रक से लेकर लक्ज़री इलेक्ट्रिक वाहन तक हर ग्राहक की जरूरत को बेहतर तरीके से समझा और पूरा किया जा सकेगा।
- कर्मचारी विकास के अवसर: अलग-अलग नेतृत्व मार्ग से कर्मचारियों के लिए नए और बेहतर करियर विकल्प खुलेंगे।
- शेयरधारक लाभ: स्वतंत्र पूंजी आवंटन और पारदर्शी वित्तीय रिपोर्टिंग से छुपी हुई वैल्यू उजागर होगी, जिससे वैश्विक निवेशकों को मूल्यांकन में आसानी होगी।
चंद्रशेखरन ने वैश्विक व्यापार की अनिश्चितताओं और इलेक्ट्रिक वाहनों की असमान स्वीकार्यता के बावजूद, वित्तीय वर्ष 2026 में कंपनी की रणनीति और क्रियान्वयन पर पूरा भरोसा जताया है।
2. डिमर्जर के बाद कंपनी का नया स्वरूप
डिमर्जर के बाद टाटा मोटर्स दो अलग-अलग स्टॉक में परिवर्तित हो जाएगी, जिनकी प्रति शेयर मूल्य 2 रुपये होगा:
- टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स (TMPV): इस कंपनी में इंजन वाले कार, इलेक्ट्रिक वाहन और जगुआर लैंड रोवर शामिल होंगे।
- टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स (TMLCV): यह कंपनी ट्रक, बस और स्पेयर पार्ट्स संभालेगी।
वर्तमान शेयरधारकों को उनके हर टाटा मोटर्स शेयर के लिए एक नया TMLCV शेयर मिलेगा, जबकि TMPV में उनकी हिस्सेदारी बनी रहेगी।
3. शेयरधारकों का जबरदस्त समर्थन
डिमर्जर प्रस्ताव को इस साल लगभग एकमत समर्थन मिला। कुल 2.73 अरब शेयरों में से 99.9995% ने इसे मंजूरी दी, जबकि केवल कुछ हजार ने विरोध किया। यह साबित करता है कि निवेशक इस बदलाव को लेकर काफी आश्वस्त हैं।
4. तिमाही नतीजे और डिविडेंड की घोषणा
मार्च 2025 में समाप्त तिमाही (Q4 FY25) में टाटा मोटर्स का एकीकृत शुद्ध लाभ 8,556 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की इसी तिमाही के 17,528 करोड़ रुपये से 51% कम है। हालांकि, कंपनी ने निवेशकों के लिए 6 रुपये प्रति शेयर का डिविडेंड भी प्रस्तावित किया है, जो 24 जून 2025 तक दिया जाएगा।
पूरे वित्तीय वर्ष 2025 के लिए टाटा मोटर्स की राजस्व आय 4.40 लाख करोड़ रुपये रही, जो पिछले वर्ष के मुकाबले थोड़ा बेहतर है।
5. टाटा मोटर्स के शेयर की वर्तमान स्थिति
पिछले पांच कारोबारी दिनों में टाटा मोटर्स के शेयर में 2% की गिरावट आई है। हालांकि, एक महीने के भीतर शेयर ने लगभग 7% की बढ़त दिखाई है। छह महीने और एक साल के आंकड़े नकारात्मक हैं, क्रमशः 8% और 25% की गिरावट के साथ।
वर्तमान में, कंपनी का मार्केट कैप लगभग 2.64 लाख करोड़ रुपये है। टाटा मोटर्स का 52 हफ्तों का उच्चतम शेयर मूल्य 1,179 रुपये और न्यूनतम 535.75 रुपये रहा है।
निष्कर्ष
टाटा मोटर्स का यह डिमर्जर एक रणनीतिक कदम है जो कंपनी को दो अलग-अलग बाजारों में बेहतर फोकस और विकास के अवसर देगा। इससे ग्राहक, कर्मचारी और शेयरधारकों सभी को फायदा होने की उम्मीद है। निवेशकों को कंपनी के भविष्य के प्रदर्शन पर नजर बनाए रखनी चाहिए क्योंकि यह परिवर्तन आने वाले वर्षों में टाटा मोटर्स की दिशा को स्पष्ट करेगा।