तेंदूपत्ता बोनस घोटाले पर कार्रवाई की मांग
रिपोर्ट: मनीष सिंह
सुकमा।
पूर्व विधायक मनीष कुंजाम के निवास पर एसीबी और ईओडब्ल्यू द्वारा की गई छापेमारी के विरोध में सुकमा जिला मुख्यालय में बस्तरिया राज मोर्चा के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने डीएफओ कार्यालय का घेराव कर तेंदूपत्ता संग्राहकों को बोनस राशि शीघ्र वितरित करने और घोटाले में लिप्त दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान उपवन मंडल अधिकारी को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस मौके पर बस्तरिया राज मोर्चा के जिला प्रभारी रामा सोड़ी ने बताया कि 10 अप्रैल 2025 को पूर्व विधायक मनीष कुंजाम के सुकमा व रामाराम स्थित निवास पर जो छापेमारी हुई, वह पूर्णतः दुर्भावनापूर्ण एवं अपमानजनक थी। उन्होंने दावा किया कि मनीष कुंजाम ही इस तेंदूपत्ता बोनस घोटाले को उजागर करने वाले व्यक्ति हैं, जिन्होंने 8 जनवरी 2025 को कलेक्टर को इस घोटाले की लिखित शिकायत दी थी।
यह घोटाला करीब 6 करोड़ 54 लाख रुपए का है, जिसमें से 3 करोड़ 61 लाख रुपए की राशि नगद दी जानी थी, जबकि शेष राशि को ऑनलाइन खातों में ट्रांसफर करने की बात कही गई। जांच में सामने आया कि कई संग्राहकों के खातों में कोई रकम नहीं डाली गई, जिससे गबन की आशंका और भी गहरी हो गई है।
प्रदर्शनकारियों ने दो मुख्य मांगें रखीं:
- तेंदूपत्ता संग्राहकों की मेहनत की कमाई यानी बोनस राशि को बिना किसी जांच या अड़चन के तत्काल वितरित किया जाए।
- घोटाले में लिप्त सभी दोषियों की निष्पक्ष जांच कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही मांगें पूरी नहीं की गईं, तो आने वाले दिनों में चक्का जाम जैसे बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
यह प्रदर्शन न सिर्फ प्रशासन के रवैये पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि आम जनता अब अपने अधिकारों के लिए संगठित होकर आवाज़ उठा रही है।
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