एलन मस्क की स्पेसएक्स (SpaceX) ने अंतरिक्ष विज्ञान में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। शनिवार को कंपनी का ड्रैगन कैप्सूल मात्र 15 घंटे में अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) तक पहुंच गया।
यह मिशन अमेरिकी मानकों के हिसाब से सबसे तेज फ्लाइट्स में गिना जा रहा है।
कौन हैं इस मिशन का हिस्सा?
स्पेसएक्स के इस मिशन में चार अंतरिक्ष यात्री शामिल रहे, जिन्हें नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से रवाना किया गया।
- जेना कार्डमैन (NASA)
- माइक फिंके (NASA)
- किमिया युई (जापान)
- ओलेग प्लाटोनोव (रूस)
ये दल अब मार्च से मौजूद चार अन्य यात्रियों की जगह लेंगे और कम से कम 6 महीने स्पेस स्टेशन पर रहेंगे। वहीं, पहले से मौजूद दल को स्पेसएक्स कैप्सूल बुधवार तक धरती पर वापस लाएगा।
क्यों है यह मिशन खास?
- कार्डमैन और एक अन्य यात्री को पिछले साल एक अन्य स्पेसएक्स उड़ान से हटाया गया था, ताकि बोइंग स्टारलाइनर में फंसे सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को सुरक्षित वापस लाया जा सके।
- फिंके और युई को अगले बोइंग स्टारलाइनर मिशन के लिए तैयार किया जा रहा था, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के कारण यह उड़ान 2026 तक टल गई।
- रूस के ओलेग प्लाटोनोव को पहले एक बीमारी की वजह से सोयुज लॉन्च सूची से हटा दिया गया था।
इस दल के पहुंचने के बाद आईएसएस पर अस्थायी रूप से 11 सदस्य मौजूद हो गए हैं।
अंतरिक्ष से आया पहला अनुभव
आईएसएस में पहुंचने के बाद जेना कार्डमैन ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा:
“अंतरिक्ष स्टेशन को पहली बार अपनी नजरों में आते देखना अविश्वसनीय रूप से सुंदर नजारा था।”
किसके पास है सबसे तेज फ्लाइट का रिकॉर्ड?
हालांकि स्पेसएक्स की यह उड़ान बेहद तेज रही, लेकिन सबसे तेज स्पेस फ्लाइट का रिकॉर्ड अब भी रूस के पास है।
- मिशन: सोयुज MS-17
- तारीख: 14 अक्टूबर 2020
- समय: केवल 3 घंटे 3 मिनट
- लॉन्च स्थल: कजाकस्तान
यह अब तक की सबसे तेज़ स्पेस फ्लाइट मानी जाती है।
स्पेसएक्स का यह मिशन दिखाता है कि आधुनिक तकनीक और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के जरिए अंतरिक्ष यात्रा कितनी तेज और सुरक्षित हो चुकी है। हालांकि रूस का रिकॉर्ड अभी भी बरकरार है, लेकिन एलन मस्क की यह उपलब्धि अमेरिका और दुनिया के लिए गर्व का विषय है।